पीएम के आते ही मोदी-मोदी के नारों से गूंज उठा ऐतिहासिक राज मैदान
मधुबनी। दरभंगा का ऐतिहासिक राज मैदान। सुबह के करीब नौ बजे थे। शहर की सभी प्रमुख सड़कों पर उतरी लोगों की भीड़ राज मैदान की ओर चल पड़ी थी।
मधुबनी। दरभंगा का ऐतिहासिक राज मैदान। सुबह के करीब नौ बजे थे। शहर की सभी प्रमुख सड़कों पर उतरी लोगों की भीड़ राज मैदान की ओर चल पड़ी थी। अधिकांश के हाथों में भगवा झंडा। सिर पर भगवा रंग का पाग पहने लोग देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सुनने को उतावले थे। आयकर चौक से सख्त सुरक्षा घेरा। सुरक्षा जांच के बाद लोग मैदान में प्रवेश कर रहे थे। दस बजते-बजते मैदान में लोगों की भीड़ जमा हो गई। सामने मंच पर सबकी निगाहें टिकी थी। लोग पीएम के आने का इंतजार करते रहे। मंच के सामने पूरा पंडाल माथे पर मिथिला का परंपरागत पाग धारण कर अपने नेता नरेंद्र मोदी व नीतीश कुमार के इंतजार में। नजरें कभी मंच पर तो कभी घड़ी की सूईयों पर। इस बीच नेताओं के भाषण का दौर चलता रहा। करीब सवा ग्यारह बजे पीएम नरेंद्र मोदी जैसे ही मंच पर पहुंचे, पूरा मैदान मोदी-मोदी और भारत माता की जय के नारों से गूंज उठा। पीएम ने जैसे ही लोगों का अभिवादन किया, लोगों का उत्साह चरम पर पहुंच गया। पूरे मैदान में बस एक ही शोर, मोदी-मोदी। जैसे ही पीएम नरेंद्र मोदी ने अपना संबोधन शुरू किया, मैदान में सन्नाटा पसर गया। लोग एकाग्रचित्त होकर पीएम को सुनने लगे। करीब 27 मिनट तक पीएम बोलते रहे और उनके चाहने वाले चुपचाप पूरे मनोयोग से उनकी बातों को सुनते रहे। बीच-बीच में भीड़ मोदी-मोदी के नारों संग पीएम का अभिवादन करती रही। मैदान में कोरोना को लेकर शारीरिक दूरी के नियमों के तहत पूरी व्यवस्था रही। लोगों की कुर्सियां दूर-दूर लगाई गई थी। --------------------- मिथिलावासियों के दिल छू गए पीएम : 'मंच से मैथिली में भाषण शुरू कर पीएम ने मिथिलावासियों के दिल को छू लिया। पीएम ने बीच में मैथिली के दोहे भी कहे। पीएम के मुंह से मैथिली भाषा में महाकवि विद्यापति की मां सीता से प्रार्थना से शुरू की। पीएम इतने पर ही नहीं रुके। कहा, मिथिलांचल के बारे में तो कहा ही जाता है कि पग-पग पोखर-माछ-मखान, मधुर बोल मुस्की मुख पान, विद्या-वैभव-शांति प्रतीक, ई ललित नगर दरभंगा थीक'। ----------------- पीएम ने सबका रखा ख्याल : पीएम ने अपने संबोधन में सबका ख्याल रखा। गरीब, किसान, महिला, उद्यमी, युवा, विद्यार्थी, पीएम ने सबकी चर्चा की। किसानों के खाते में एक लाख करोड़ की सीधी मदद, 40 लाख गरीबों का जन-धन खाता, 90 लाख महिलाओं को मुफ्त गैस कनेक्शन देकर धुंआ से मुक्ति, गरीबों को पांच लाख का मुफ्त ईलाज, कोरोना काल में गरीबों को मुफ्त अनाज, जलजनित रोगों से छुटकारा के लिए हर घर शुद्ध पेयजल की योजना आदि की चर्चा कर पीएम ने सभी वर्गों को साथ जोड़ने की कोशिश की। -------------------- आत्मनिर्भर मिथिला पर दिया जोर : पीएम ने अपने संबोधन में आत्मनिर्भर मिथिला पर जोर दिया। कहा कि यहां मिथिला पेंटिग, कृषि, डेयरी, मछली उत्पादन, कारोबार आदि के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। मिथिलांचल की महत्ता को रेखांकित करते कहा कि यह आत्मनिर्भर भारत को शक्ति देने वाला क्षेत्र है। कहा कि जब यहां करोड़ों का निवेश होगा तो युवा उद्यमियों को लाभ होगा और रोजगार के नए अवसर बनेंगे। गांवों में भंडारण की सुविधा के लिए एक लाख करोड़ के विशेष फंड की भी चर्चा की।