छात्र-छात्राओं की कामना मां शारदे की बनी कृपा रहे कृपा
मां सरस्वती पूजा को लेकर खासकर छात्र-छात्राओं में काफी उल्लास देखा जा रहा है।
मधुबनी। मां सरस्वती पूजा को लेकर खासकर छात्र-छात्राओं में काफी उल्लास देखा जा रहा है। जगह-जगह पूजा पंडालों की आकर्षक सजावट देखते ही बन रही है। इन पूजा पंडालों में मां शारदे की स्थापित भव्य प्रतिमाओं की आज श्रद्धा के साथ पूजा-अर्चना की जाएगी। शहर के विभिन्न शिक्षण संस्थानों में भी मां शारदे की पूजा-अर्चना को लेकर भव्य सजावट किया गया है। सरस्वती पूजा को लेकर शनिवार को स्थानीय बाजारों में काफी चहल-पहल देखी गई। देर संध्या तक सजावट सामग्री, फूल, मिठाई व फलों की जम कर खरीदारी हुई। सजावट सामग्रियों की दुकान हो या मिठाई या फिर फलों की दुकान सभी पर भीड़ बनी रही। सैकड़ों की संख्या में मां सरस्वती की प्रतिमा लेकर छात्र विभिन्न वाहनों से ले जाते देखे गए। सरस्वती पूजा पर श्री सत्य साईं सेवा संगठन के तत्वावधान में शहर के नारियल बाजार स्थित श्री भारत ट्रेंडिग एजेंसी परिसर में विशेष भजन की जाएगी। ट्रीनीटी इंटरनेशनल स्कूल कपिलेश्वर स्थान में पूजा-अर्चना की जाएगी। फलों व मिठाइयों की दरें मां शारदे की पूजा में बैर, केसौर, केला, गाजर, बुंदिया सहित अन्य मिठाई का प्रसाद भोग लगता है। इस बार गत वर्ष की अपेक्षा इसके दरों में कोई खास बढ़ोत्तरी नही देखी गई। केसौर 30 रुपये किलो, बैर 40 रुपये प्रति किलो, संतरा 40, गाजर 20 रुपये प्रति किलो रही। वहीं बुंदिया 120 से 125 रुपये प्रति किलो रहा। सजावट सामग्रियों में मूल्य वृद्धि देखने को नहीं मिला। रंगीन कागज, बंगाल से आने वाले फूल की कीमत भी कमोबेस गत वर्ष की तरह ही रहा।
मां शारदे की पूजा के लिए मुहुर्त शुभ 10 फरवरी परिवार को सुबह 5.58 से 10 बजकर 5 मिनट बजे माना गया है। इस अवधि में पूजा किया जान उत्तम माना गया है। विसर्जन अनुष्ठान 11 फरवरी सोमवार को सुबह 6 बले के बाद से 9 बजे के अंदर कराया जाना चाहिए। विद्या की देवी मां शारदे की आराधना से छात्र-छात्राओं की मनोकामनाएं अवश्य पूरा होता है।
- पंडित ऋषिनाथ झा प्रतिवर्ष मां शारदे की आराधना करते हैं। इस बार भी प्रतिमा स्थापित कर पूजा-अर्चना करुंगी। मां शारदे की कृपा बनी रहे यही कामना होगी। सभी को मां शारदे की पूजा करना चाहिए।
- ओम शुभम मां शारदे की पूजा-अर्चना आडंबररहित करना चाहिए। मां शारदे की अर्चना में कोई कसर नही होना चाहिए। नियमित रुप से पूजा-अर्पना से मां का आर्शीवाद बना रहता हैं।
- सोनाली रानी मां शारदे की पूजा के लिए अहले सुबह तैयारी में जुट जाउंगी। पूजा पर घर आने वाले लोगों को प्रसाद खिलाउंगी। मां शारदे की कृपा से ही तरक्की होगी। लक्ष्य में सफलता मिलेगी।
- आरती झा