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धेपुरा गांव के पोखर खोदाई में निकली भगवान विष्णु की प्रतिमा

मधुबनी। झंझारपुर प्रखंड के पिपरौलिया पंचायत के धेपुरा गांव में पोखर खुदाई के दौरान भगवान विष्णु की प

By JagranEdited By: Published: Thu, 11 Apr 2019 11:48 PM (IST)Updated: Thu, 11 Apr 2019 11:48 PM (IST)
धेपुरा गांव के पोखर खोदाई में निकली भगवान विष्णु की प्रतिमा

मधुबनी। झंझारपुर प्रखंड के पिपरौलिया पंचायत के धेपुरा गांव में पोखर खुदाई के दौरान भगवान विष्णु की पौराणिक प्रतिमा मिली है। गुरुवार की दोपहर के बाद मिट्टी लगे प्रतिमा को देखने हेतु लोगों की भीड़ लग गई। लोगों ने मूर्ति को पोखर की मिट्टी से निकाल कर गांव के पुराने राम जानकी मंदिर (1968 में बनी) परिसर में श्रद्धा के साथ रखा। मूर्ति को मंदिर परिसर में लाते ही गांव के पुरुष महिला भारी संख्या में मंदिर प्रांगण में रखे मूर्ति को देखने उमड़ पड़े। ग्रामीणों ने बताया कि नरही पोखर की उड़ाही जेसीवी द्वारा की जा रही थी। तभी खट की आवाज आते ही लोग रुके, तो देखा कि मूर्ति है। मिट्टी खुदाई कर रहे ट्रैक्टर मालिक सज्जन महतो ,रंजीत महतो आदि ने कहा कि ट्रैक्टर में मिट्टी के साथ मूर्ति आ गई।

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कई जगहों पर खंडित है मूर्ति- मिट्टी में सने प्रतिमा भगवान विष्णु की आसन के साथ दिखती है। भगवान विष्णु का हाथ टूटा हुआ है। बाम भाग में माँ सरस्वती की प्रतिमा है, जिसका सर खंडित है। दाएं भाग में मां लक्ष्मी की प्रतिमा है, जो दुरुस्त दिखती है। इसके अगल बगल भी छोटी प्रतिमा है।

पंचायत के उपमुखिया ललित कुमार महतो, ग्रामीण सज्जन महतो, अभिषेक आनंद, वीरेंद्र प्रसाद सिंह, राम नारायण ठाकुर, शिव नाथ महतो, बच्चन ठाकुर, दीपू कुमार, चंदन कुमार, शिव कुमार महतो, राम शरण महतो, सुधीर कुमार समेत अन्य लोगों का कहना है कि राम मंदिर में ही पूरी श्रद्धा के साथ भगवान की प्रतिमा स्थापित कर पूजा अर्चना की जाएगी। मंदिर के पुजारी किशुन दास का कहना है कि मंदिर को नौ बिगहा जमीन है। पुराने मंदिर के जीर्णोद्धार का आरंभ ही हुआ था कि भगवान विष्णु की प्रतिमा पोखर से निकल कर आ गई। सूचना पर अरडिया ओपी प्रभारी जितेंद्र साहनी समेत पुलिस बल भी मूर्ति का मुआयना किया। थानाध्यक्ष ने कहा कि प्रतिमा बरामद होने की सूचना वरीय पदाधिकारी को दी गई है। फिलवक्त एक चौकीदार ग्रामीणों के साथ मूर्ति की सुरक्षा में लगाये गए है। गांव में उत्सवी माहौल बना हुआ है। गांव के लोग रतजगा कर प्रतिमा की सुरक्षा में रहने का संकल्प लिया है।

इधर लक्ष्मीश्वर संग्रहालय दरभंगा के क्यूरेटर सह प्राचीन प्रतिमा विशेषज्ञ डॉ. शिवकुमार मिश्र ने कहा कि यह कर्नाटकालीन प्रतिमा है जो आठ सौ वर्ष पुरानी है। कहा कि आम लोग प्रतिमा पर न तो अधिक जल चढ़ाएं और न ही सिदूर लगावें। वहीं श्री मिश्र ने एसपी मधुबनी सत्यप्रकाश, डीएम शीर्षत कपिल अशोक से आग्रह किया है कि इस प्रतिमा को महाराजा लक्ष्मीश्वर सिंह संग्रहालय में रखवाने का आग्रह किया है।


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