शॉर्ट सर्किट की घटनाओं में इजाफा, विभाग बेपरवाह
शॉर्ट सर्किट की घटना से अगलगी विकराल रूप धारण कर लेता है। इससे देखते ही देखते बड़े पैमाने पर संपत्ति की खाक हो जाती है। सरकारी गैर सरकारी के अलावा निजी प्रतिष्ठानों पर बिजली आपूर्ति की व्यवस्था में खामियां होने के कारण अगलगी की घटनाएं सामने आते रहते है।
मधुबनी । शॉर्ट सर्किट की घटना से अगलगी विकराल रूप धारण कर लेता है। इससे देखते ही देखते बड़े पैमाने पर संपत्ति की खाक हो जाती है। सरकारी, गैर सरकारी के अलावा निजी प्रतिष्ठानों पर बिजली आपूर्ति की व्यवस्था में खामियां होने के कारण अगलगी की घटनाएं सामने आते रहते है। इस वर्ष जिले के कई हिस्सों में अगलगी की घटनाएं सामने आयी हैं जिसमें कई घटनाओं के पीछे शॉर्ट सर्किट की आशंका की बात सामने आयी थी। पिछले माह रेलवे गुमटी 13 के निकट एक प्रतिष्ठान में आग लगने से करीब दस लाख रुपए की संपति जलकर नष्ट हो गया। पिछले वर्ष समाहरणालय परिसर स्थित बिजली पोल से जुड़ी तार से शॉर्ट सर्किट से अफरातफरी का माहौल बन गया था। इसी तरह मार्च में शहर के गिलेशन बाजार स्थित एक किराना दुकान में देर रात अगलगी की घटना में करीब 15 लाख से अधिक से की संपति जल कर राख हो गया था। घटना के पीछे शार्ट सर्किट बताया गया था। इसी तरह जिले के करीब डेढ दर्जन अगलगी की घटनाओं में करीब आधा दर्जन घटनाओं में शार्ट सर्किट की आशंका जताई गई थी। बिजली वायरिग को चुस्त-दुरुस्त की जरुरत सदर अस्पताल, रेलवे स्टेशन, समाहरणालय, नगर परिषद कार्यालय, प्रधान डाकघर, दूरसंचार कार्यालय सहित अन्य सरकारी प्रतिष्ठानों पर बिजली वायरिग को चुस्त-दुरुस्त की जरुरत महसूस की जा रही है। अस्पताल, रेलवे स्टेशन, समाहरणालय सहित कई सार्वजनिक जगहों पर जर्जर तार व जगह-जगह क्षतिग्रस्त स्विच के कारण स्पार्क की घटना सामने आता रहता है। अनहोनी की घटनाओं पर अंकुश लगाने में विद्युत विभाग की अभी चल रही कसरत बिजली तार टूटकर गिरने से उसके चपेट में किसी को आने जैसी अनहोनी की घटनाओं पर अंकुश लगाने के दिशा में विद्युत विभाग की अभी कसरत चल रही है। इस तरह की घटनाओं में प्रति वर्ष अनेक लोगों की मौत हो जाती है। जर्जर पोल से लटकते तार से विद्युत आपूर्ति के चपेट में आने से अनेक मवेशियों की मौत होती रहती है। जर्जर पोल तार बदलने की गति धीमी होने से तार टूटने से होने वाली घटनाओं पर अंकुश लगना मुश्किल होता है। शहर के कई हिस्सों में सड़क निर्माण से सड़कों की बढी ऊंचाई से बिजली तार नीचे होकर खतरनाक बन गया है। जिससें भाड़ी वाहनों की आवाजाही से दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। इधर शहर के प्रधान डाकघर से आगे रंजना मार्केट के निकट सोमवार दोपहर तार टूटकर गिरने से कुछ समय के लिए अफरातफरी का माहौल बन गया। हालांकि विद्युत विभाग इस घटना की पुष्टि नही की गई है। जर्जर पोल-तार दूर करने में अभी पूरी तरह सक्षम नही विद्युत विभाग जर्जर पोल-तार जैसी समस्याओं को दूर करने में अभी पूरी तरह सक्षम साबित नही हो रहा है। अनेकों जगहों पर जर्जर पोल-तार नही बदलने की शिकायत आज भी बनी है। घोघरडीहा प्रखंड के बसुआरी गांव निवासी ई. गौरीशंकर यादव ने बताया कि बसुआरी गांव बांस-बल्ला के सहारे विद्युत आपूर्ति से अनहोनी की आशंका बनी रहती है। जर्जर तार बदलने की मांग की गई थी लेकिन महीनों गुजर जाने के बाद भी इस दिशा में समुचित कार्रवाई नही की जा सकी है। जर्जर एलडी तार की जगह लगाया जा रहा केबल सहायक विद्युत अभियंता राकेश रंजन ने बताया कि सरकारी प्रतिष्ठानों के अलावा सार्वजनिक स्थलों के बिजली वायरिग के प्रति विभाग पूरी तरह सचेत है। गैर सरकारी कार्यालयों, प्रतिष्ठानों, दुकान, घरों के विद्युत उपभोक्ता को शार्ट सर्किट की आशंका के प्रति सजग रहना चाहिए। इससे बचने के लिए कोई भी प्रतिष्ठान को बंद करने से पूर्व विद्युत आपूर्ति ठप रखा जाना चाहिए। श्री रंजन ने बताया कि शहरी क्षेत्र में ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा पुराना पोल, तार लगाने का कार्य शुरु कर दिया गया है। जर्जर एलडी तार की जगह केबल लगाया जा रहा है। मधुबनी रेलवे स्टेशन के निकट और महाराजगंज में डबल केबल लगाया गया है। केबल लगाने से एलडी तारों को टूटकर गिरने की घटना में कमी आयी है। मधुबनी में अधिक क्षमता वाली 57 ट्रासफार्मर लगाया गया है।