पाखंडवाद के विरोधी और सामाजिक एकता के प्रेरक थे संत रविदास
नगर परिषद विवाह भवन के सभागार में जिला स्तरीय रविदास जयंती समारोह संत रविदास महासंघ के तत्वावधान में किया गया।
मधुबनी। नगर परिषद विवाह भवन के सभागार में जिला स्तरीय रविदास जयंती समारोह संत रविदास महासंघ के तत्वावधान में किया गया। 642वीं रविदास जयंती समारोह का उद्घाटन जिला एंटीक्रप्शन पदाधिकारी अजय कुमार आजाद, जिला पार्षद संजय राम एवं मुखिया बुद्ध प्रकाश के द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। इस अवसर पर मुख्य वक्ता जागेश्वर राम ने कहा कि संत रविदास महान संत, दर्शन शास्त्री, कवि, समाज सुधारक थे जिन्होंने हमेशा पाखंडवाद का विरोध किया और सामाजिक एकता पर बल दिया। मुखिया बुद्ध प्रकाश ने कहा संत रविदास के बताए मार्ग पर चलते हुए हम सभी को भाईचारा कायम रखने का प्रयास करना चाहिए। प्रो.अरूण कुमार सहि दर्जनों अन्य वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किए और रविदास समाज की एकता बनाए रखने का संकल्प लिया। मौके पर अंबेदकर सामाजिक संस्थान के अध्यक्ष नथुनी राम, पूर्व डीएसपी लखन मेहरा, धनजीत राम केला, जिलाध्यक्ष संजय कुमार, रतन राम, सुरेन्द्र कुमार मेहरा, इन्देदव राम, प्रभात रंजन, जीवछ कुमार राम, रामफल मोची, उपेन्द्र राम आदि ने संत रविदास साहेब के कैलेन्डर का लोकार्पण किया। धन्यवाद ज्ञापन जिला सचिव जितेन्द्र कुमार ने किया। इधर अनुसूचित जाति, जन जाति संगठनो का अखिल भारतीय परिसंघ मधुबनी के तत्वावधान में संत रविदास जयंती अंबेडकर नगर भौआड़ा में मनाई गई। मुख्य अतिथि पूर्व उपनिदेशक मुंशी पासवान ने कहा समाज में व्याप्त कुरीतियों, पाखंड के विरूद्ध संत रविदास ने आंदोलन चलाया। प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक राम ने कहा कि संत रविदास ने समरसता एवं भाइचारा का संदेश दिया। परिसंघ के भी विचार व्यक्त किए। अध्यक्षता कर रहे परिसंघ अध्यक्ष बलराम पासवान और सचिव डॉ विजय शंकर पासवान ने कहा कि संत की वाणी राष्ट्रीय एकता और अखंडता का संदेश देती है। उनकी कथनी और करनी में समानता थी। कपिल कुमार, गुरुदेव पासवान, रंज कुमार ठाकुर, शंकर पासवान, विनोद कुमार, महेश पासवान, स्वर्णिम कुमार, हीरा पासवान, भोगेन्द्र साफी, ललित कुमार ने भी विचार व्यक्त किए। वहीं जिला जदयू के अध्यक्ष अब्दुल कैयूम की अध्यक्षता में संत रविदास की जयंती जिला कार्यालय में मनाई गई। उन्होंने कहा कि संत रविदास ने सभी प्रकार की कुरीतियों एवं सामाजिक विषमता को दूर करने का संदेश दिया। मौके पर शिव कुमार यादव, विजय राम, सत्यनारायण यादव, प्रभात रंजन, भरत चौधरी, प्रफुल्ल कुमार ठाकुर, विक्रमशीला देवी, सुनील कुमार यादव, राजू मिश्र, संगीता ठाकुर, केदारनाथ भंडारी, फुलदेव यादव, गोपाल झा, महबूब आलम, गुलाम साह, आलोक कुमार, सोनी कुमारी, नसीम अहमद आदि थे।