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रेस्टोरेंटों की चमक फीकी, होम डिलीवरी से भरपाई की कोशिश

कोरोना की तीसरी लहर का असर हरेक व्यवसाय पर देखा जा रहा है। कोरोना संक्रमण के बढते मामले और नई गाइडलाइन से रेस्टोरेंटों की चमक कम हुई है। ग्राहकों की 50 प्रतिशत उपस्थित और रात्रि आठ बजे तक रेस्टोरेंट का संचालन इस व्यवसाय का प्रभावित किया है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 17 Jan 2022 11:30 PM (IST)Updated: Mon, 17 Jan 2022 11:30 PM (IST)
रेस्टोरेंटों की चमक फीकी, होम डिलीवरी से भरपाई की कोशिश
रेस्टोरेंटों की चमक फीकी, होम डिलीवरी से भरपाई की कोशिश

मधुबनी । कोरोना की तीसरी लहर का असर हरेक व्यवसाय पर देखा जा रहा है। कोरोना संक्रमण के बढते मामले और नई गाइडलाइन से रेस्टोरेंटों की चमक कम हुई है। ग्राहकों की 50 प्रतिशत उपस्थित और रात्रि आठ बजे तक रेस्टोरेंट का संचालन इस व्यवसाय का प्रभावित किया है। रात्रि आठ बजे से पहले रेस्टोरेंटों में भोजन करने वालों की संख्या अन्य दिनों की अपेक्षा आधी हो गई है। वहीं, संक्रमण के भय से लोग रेस्टोरेंटों में जाने से कतरा रहे है। रेस्टोरेंट में भोजन करने वाले शारीरिक दूरी का ध्यान रखते हुए रेस्टोरेंट जाने के बजाय घर पर ही लजीज व्यंजनों का आनंद उठाना बेहतर समझ रहे हैं। इससे होम डिलीवरी का प्रचलन बढा है। मगर, रात आठ बजे के बाद होम डिलीवरी की सुविधा नहीं होने का असर रेस्टोरेंट व्यवसाय को नुकसान पहुंचा रहा है। शहर के रोहित कुमार ने बताया कि होम डिलीवरी से रेस्टोरेंट्स जाने से छुटकारा मिल रहा है।

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जनवरी में अब तक करीब 60 लाख रुपये का नुकसान :

कोरोना की पहली से लेकर तीसरी लहर के बीच शहर में आधा दर्जन रेस्टोरेंट्स में इजाफा हुआ है। वर्तमान में शहर में दो दर्जन से अधिक रेस्टोरेंट्स का संचालन हो रहा है। आमतौर पर एक रेस्टोरेंट का कारोबार प्रतिमाह तीन से छह लाख का कारोबार का अनुमान है। मगर, वर्तमान में कोरोना को लेकर यह कारोबार डेढ़ से तीन लाख पर आ गया है। रेस्टोरेंटों का कारोबार आधा हो जाने के जनवरी में अब तक करीब 60 लाख रुपये का नुकसान उठाना पड़ा है। रेस्टोरेंट संचालकों की नजर कोरोना की अगली गाइडलाइन पर लगी है। संचालकों का माने तो 21 जनवरी के बाद अगर गाइडलाइन में सख्ती होती है तो रेस्टोरेंट व्यवसाय पर दबाव बढ़ेगा।

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आमदनी आधी होने से रेस्टोरेंट संचालक के समक्ष कई कठिनाईयां :

कोरोना की तीसरी लहर से मंद पड़े शहर के अधिकांश रेस्टोरेंट संचालक अपने कारोबार को पटरी पर लाने के लिए होम डिलीवरी को तरजीह दे रहे हैं। इसके लिए प्रचार-प्रसार के जरिए ग्राहकों तक पहुंच बना रहे हैं।आनलाइन आर्डर लेकर ग्राहकों तक लजीज व्यंजन पहुंचा रहे हैं। शहर के रेलवे गुमटी स्थिति नीलम पैलेस फैमिली रेस्टोरेंट के संचालक गौरव कुमार ने बताया कि कोरोना गाइडलाइन का खास ख्याल रखा जा रहा है। रेस्टोरेंट में ग्राहकों के लिए शारीरिक दूरी बहाल रखने के लिए टेबल की नई व्यवस्था तय की गई है। स्वच्छता का खास ख्याल रखा जा रहा है। हरेक टेबल पर सैनिटाइजर की सुविधा दी गई है। कर्मी मास्क में रहते हैं। इधर, शहर के रेड चिल्ली रेस्टोरेंट के संचालक सुरेश कुमार ने बताया कि कोरोना की तीसरी लहर से आर्थिक परेशानी उत्पन्न हो गई है। आमदनी आधी होने के बीच कर्मियों का वेतन के अलावा मकान भाड़ा सहित अन्य खर्च का वहन पीड़ादायक साबित हो रहा है।

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