झझारपुर रेल परिचालन पर आम लोगों की प्रतिक्रिया
मधुबनी। 1. सौभाग्य से झंझारपुर जंक्शन उनकी बेहट दक्षिणी पंचायत में अवस्थित है। ट्रेन के परिचालन से एक नई आशा जगी है।
मधुबनी। 1. सौभाग्य से झंझारपुर जंक्शन उनकी बेहट दक्षिणी पंचायत में अवस्थित है। ट्रेन के परिचालन से एक नई आशा जगी है। पिछले ढा़ई वर्षों में आमान परिवर्तन के कारण झंझारपुर रेलवे स्टेशन बाजार की आर्थिक गतिविधि प्रभावित हो गई थी। व्यवसायी हलकान थे। ट्रेन परिचालन प्रारंभ होने से लोगों की आवाजाही बढ़ेगी और बाजार में रौनकता वापस आएगी। साथ ही लोग अपने गंतव्य तक आसानी से आ जा सकेंगे।
अमरनाथ झा मुखिया, बेहट दक्षिणी 2. सुरेश राय नवटोल निवासी कहते हैं कि आंखे पथरा गई थीं। सौभाग्य से आमान परिवर्तन के बाद गाड़ियों के परिचालन प्रारंभ का वे साक्षी बन पाए। अब सकरी, दरभंगा वगैरह जाना आसान हुआ। पहले दूर की ट्रेन पकड़ने के लिए सकरी जाना पड़ता था। आनेवाले दिनों में सकरी जाने से छुटकारा मिल जाएगा। वे कहते हैं कि रेल विभाग व्यवस्था को दुरूस्त कर जल्द लंबी दूरी की गाड़ी इस स्टेशन से निर्धारित करे। 3. अमित कुमार, शिक्षक कहते हैं कि उनका दरभंगा आना जाना लगा रहता है। पहले बस से 50 रुपये में दरभंगा जाते थे। अब मात्र दस रुपये में सवारी गाड़ी से दरभंगा तक पहुंच जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह किसी रोमांच से कम नहीं है। उन्होंने कहा कि गाड़ियों की संख्या बढ़ाई जानी चाहिए। ताकि, लोग विभिन्न समय पर दरभंगा आ जा सकें। 4. दवा व्यवसायी मुकेश केजरीवाल बताते हैं कि झंझारपुर जंक्शन व्यवसाय का एक बड़ा क्षेत्र है। गाड़ियों के परिचालन से आम लोगों को तो सुविधा मिलनी प्रारंभ हो गई है। लेकिन, व्यवसायी वर्ग का ख्याल नहीं रखा गया है। जब तक पार्सल इस स्टेशन तक नहीं आ पाएगा तब तक व्यवसायियों को परेशानी है। उन्होंने डीआरएम से पार्सल व्यवस्था को दुरूस्त करने की मांग की। हालांकि, रेल परिचालन पर वे रेल अधिकारियों एवं केन्द्र की एनडीए सरकार को धन्यवाद भी देते हैं। 5. कामेश्वर प्रसाद गुप्ता हाईकोर्ट के अधिवक्ता हैं। रेलवे स्टेशन बाजार के स्थायी निवासी हैं। आमान परिवर्तन के बाद रेल परिचालन की जानकारी मिलने पर वे पटना से झंझारपुर पहुंचे। रेल परिचालन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहते हैं कि सपना पूरा हुआ। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को इस हेतु बधाई भी दी। कहा कि रेलवे आठ से साढ़े आठ बजे सुबह में एक सवारी गाड़ी दरभंगा के लिए दें। ताकि, पढ़ाई करनेवाले विद्यार्थी, नौकरी करनेवाले कर्मी तथा इलाज के लिए दरभंगा जानेवाले रोगी को सुविधा हो। 6. डॉ. सुन्दरकांत चौधरी कहते हैं कि सामरिक ²ष्टिकोण से दरभंगा-निर्मली-लौकहा रेलखण्ड अतिमहत्वपूर्ण है। इस रेलखंड से आपात स्थिति में हम पूर्वोत्तर के देश की सीमा पर अपने सैनिकों को अविलंब भेज सकते हैं। इसी सोच के साथ तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपये ने एनएच 57 बनवाया। इस रेलखण्ड के आमान परिवर्तन का आदेश दिया था। यह आज सच सावित हुआ है। जरूरी है कि यहां से लंबी दूरी की गाड़ियां चलाई जाए। 7. जीतेन्द्र नारायण सिंह भीठभगवानपुर निवासी हैं। वे कहते हैं कि ट्रेन परिचालन से बहुत खुशी है। वे इस रेलखंड पर आमान परिवर्तन का श्रेय पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी एवं वर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को देते हैं। कहते हैं कि रेल विभाग पूर्व प्रधानमंत्री की एक आदमकद प्रतिमा इस जंक्शन पर स्थापित करे। ताकि, लोगों को भविष्य में यह अहसास होता रहे कि पूर्व प्रधानमंत्री ने इस क्षेत्र के कल्याण के लिए कितना योगदान दिया है। उक्त प्रतिमा का अनावरण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों संपन्न होने की वे मांग करते हैं। 8. विजय कुमार झा भाजपा के जिला उपाध्यक्ष हैं। वे ट्रेन परिचालन से फूले नहीं समा रहे। कहते हैं इससे झंझारपुर में एक नए अध्याय की शुरुआत होगी। व्यापार बढ़ेगा। व्यवसायी लाभान्वित होंगे। आम लोगों को सुविधा मिलेगी। वे आमान परिवर्तन एवं ट्रेन परिचालन का श्रेय सीधे भाजपा की केन्द्र सरकार को देते हैं। कहते हैं कि वर्ष 2014 में भाजपा के सांसद झंझारपुर से बनने के बाद ही आमान परिवर्तन के कार्य में हाथ लगा और इस सरकार में ही काम पूरा हुआ। वे अविलंब लंबी दूरी की ट्रेन चलाने की मांग करते हैं।