कच्ची-पक्की सड़कें बंद, खेत एवं खलिहान से भारत आ जाते नेपाली
मधुबनी। कोरोना वायरस के संक्रमण के बचाव के लिए भारत के साथ ही नेपाल ने भी लॉकडाउन की घोषणा कर दी। इसके बाद से दोनों देश की सीमा को सील कर दिया गया है।
मधुबनी। कोरोना वायरस के संक्रमण के बचाव के लिए भारत के साथ ही नेपाल ने भी लॉकडाउन की घोषणा कर दी। इसके बाद से दोनों देश की सीमा को सील कर दिया गया है। भारतीय सीमा में एसएसबी व नेपाल में वहां की एपीएफ का पहरा है। दोनों देशों से प्रतिदिन हजारों लोगों के आने-जाने का सिलसिला सीमा सील होने के बाद से बंद है। वाहनों का आवागमन भी ठप है। मुख्य सड़क के साथ ही अन्य रास्ते व पगडंडियों पर एसएसबी का पहरा है। मगर, खुली सीमा के कारण लोग खेत-खलिहान होकर भी पहुंच जा रहे हैं। गुरुवार को जिले के कुछ प्रखंडों की लगती सीमा का मुआयना किया गया।
कच्चे-पक्के सभी रास्ते बंद
मधवापुर : नेपाल से लगने वाले प्रमुख रास्तों की बैरेकेडिग कर उसे सील कर दिया गया है। साथ ही दोनों तरफ से अधिक मात्रा में सुरक्षा र्किमयों की तैनाती है। लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध है। सीमा पर तैनात नेपाल एपीएफ ने मधवापुर (भारत) से मटिहानी (नेपाल) जाने वाले मटिहानी भंसार, पेठियागाछी के सामने, गांधी चौक, समेत सीमा से लगने वाली सभी प्रमुख व अन्य मार्ग को बांस बल्ले से घेरकर जवानों को तैनात कर दिया है। इसी तरह एसएसबी जवानों ने भारत से नेपाल जाने वाली सड़क को घेर कर जवानों को तैनात किया है। सुरक्षा कर्मियों के द्वारा 24 घंटे गश्त लगाई जा रही है। सीमा सील होने से दोनों देश लोगों का संपर्क भंग हो चुका है। खुली सीमा के कारण खेत-खलिहान से आ जाते लोग
हरलाखी : नेपाल से भारत आने जाने वाले हर रास्ते को भारत के एसएसबी व नेपाल के एपीएफ पुलिस के द्वारा पूरी तरह से सील कर दिया गया है। बावजूद भारत-नेपाल खुली सीमा का फायदा उठाकर कुछ नेपाली लोग हर दिन भारत के बाजार में आकर सब्जी व राशन समेत विभिन्न सामानों की खरीदारी कर रहे है। ऐसे में कोरोना वायरस के संक्रमण बढ़ने का खतरा बढ़ सकता है। सूत्रों के अनुसार भारत-नेपाल बॉर्डर के पिपरौन दीघिया बॉर्डर के रास्ते, उमगांव पुलिया-तीन के रास्ते, नहरनिया पीलर संख्या-282 के रास्ते, फुलहर में मुखीयापट्टी, गंगौर में केरवा, महादेवपट्टी पीलर संख्या-283 के रास्ते, हरने में कुटी शमशानघाट के रास्ते लोग भारत आकर विभिन्न सामानों की खरीदारी कर नेपाल जाते हैं। कुछ लोग प्रशासन की कमी देखकर अपना काम निकाल रहे है। इसमें तस्करों का बड़ा हाथ है। इस बाबत एसडीएम मुकेश रंजन ने बताया कि बॉर्डर को पूरी तरह सील किया गया है। ऐसे में घुसपैठिये की किसी तरह की कोई शिकायत होती होती है तो संबंधित पदाधिकारी पर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। सीमा क्षेत्र में लॉकडाउन को तोड़ रहे नेपाल के लोगलदनियां : सीमा से सटे भारतीय सीमा में लॉकडाउन का पूरी तरह पालन नहीं हो पा रहा है। सीमा सील होने के बाद भी नेपाली शराब के साथ प्रतिबंधित सामान की तस्करी कमोबेश जारी है। स्थानीय प्रशासन द्वारा पिपराही, झलोन, गोरगम्मा, लदनियां, महुलिया, लगडी एवं योगिया के समीप सीमा सील की गई है। बावजूद नेपाल से लोगों का आवागमन जारी है। सड़कों पर मोटरसाइकिल एवं तीन पहिया वाहनों का आवागमन हो रहा है। नेपाली सीमा से शराब की खेप भी सीमाई क्षेत्र में डंप करने की बात सामने आ रही है। शाम ढलते ही वाहनों से बाहर भेजी जाती है। सीमा से सटे योगिया, पद्मा, लदनियां, महुलिया, एवं पिपराही में साप्ताहिक बाजार लगता है। इसमें भी सीमा सील एवं लॉकडाउन के नियमों को तोड़ा जाता है। सैकड़ों की संख्या में नेपाल से लोग आते हैं। फिजिकल डिस्टेंसिग की धज्जियां उड़ाकर सामान की खरीदारी करते हैं। जयनगर में पूरी तरह आवागमन ठपजयनगर : सीमा पर एसएसबी जवानो द्वारा गहन चौकसी बरती जा रही है। गुरुवार को भारत-नेपाल सीमा की पड़ताल की तो दोनों देशों के जवान गहन चौकसी करते पाए गए। सीमा के प्रत्येक दो सौ मीटर की दूरी पर एसएसबी एवं नेपाल पुलिस के जवान गश्ती करते देखे गए। सीमा के इनरवा, अकोउन्हा, बेटोउन्हा समेत अन्य सीमा पर दोनों देश के जवान गश्ती कर रहे थे। सीमा पर गश्ती कर रहे एसएसबी जवानो ने बताया कि लॉकडाउन के कारण सीमा पर आवाजाही पर रोक है। नेपाल पुलिस भी पूरा सहयोग कर रही है। दिन में एकाध बार संयुक्त गश्ती भी की जा रही है। हालांकि, खुली सीमा के कारण कही से चोरी छुपे आवाजाही से इन्कार नही किया जा सकता है। वहीं प्रखंड के कई गांव में लॉकडाउन के बीच भी नेपाली शराब की बिक्री होने की सूचना ग्रामीण दे रहे हैं। जब सीमा पूरी तरह सील है तो फिर नेपाली शराब की बिक्री होना सवाल खड़ा कर रहा है। हालांकि, पुलिस प्रशासन शराब तस्करी की घटना से इन्कार कर रही है।