पिपराघाट में कार्तिक पूर्णिमा मेला की तैयारी पूरी, उदघाटन आज
मधुबनी। पिपराघाट में लगने वाले कार्तिक पूर्णिमा मेला की तैयारी पूरी कर ली गई है। डीएम शीर्षत कपिल अशोक व एसपी सत्यप्रकाश मेले का उद्घाटन सोमवार दिन के एक बजे करेंगे।
मधुबनी। पिपराघाट में लगने वाले कार्तिक पूर्णिमा मेला की तैयारी पूरी कर ली गई है। डीएम शीर्षत कपिल अशोक व एसपी सत्यप्रकाश मेले का उद्घाटन सोमवार दिन के एक बजे करेंगे। स्नान व मुख्य मेला मंगलवार को होगी। इस बात की जानकारी समिति सदस्यों ने दी।
बताया कि पिपराघाट मुख्य चौराहा पर भव्य पंडाल का निर्माण किया गया है। जिसमें कार्तिक,गणेश समेत अन्य कई देवताओं की प्रतिमा स्थापित की गई है।नवनिर्मित हनुमान मंदिर आकर्षण का केंद्र होगा। जिसके सटे कंट्रोल रूम होगा। जहां से संपूर्ण मेला में लगे सीसीटीवी से नजर रखी जाएगी। नदी के पश्चिम व पूर्वी तट तथा मुख्य चौराहा से उत्तर शौचालय का निर्माण किया गया है। इसके अतिरिक्त एक चलंत शौचालय नदी के पश्चिमी किनारे रहेगा। नदी में एसडीआरएफ की टीम मौजूद रहेंगे। जो किसी भी घटना से निपटने को तत्पर रहेंगे। नदी के दोनों तट पर महिलाओं के लिए कपड़ा बदलने व श्रृंगार के लिए चेंजिग रूम घोंघौर पंचायत के मुखिया फुलो देवी के सौजन्य से बनाए गया है। पुल के पश्चिमी छोर पर डा प्रशांत कुमार के नेतृत्व में तथा मुख्य चौराहा पर पीएचसी द्वारा मेडिकल शिविर का प्रबंध है।जिला पार्षद जहांगीर अली,राजद नेता कौशल किशोर पप्पू तथा पथ निर्माण विभाग संघ की ओर से जगह जगह पेयजल की सुविधा मुहैया होगी।सोमवार आधी रात बाद स्नान प्रारंभ हो जाएगी तथा भीड़ परवान चढ़ने लगेगा।सो सभी छोटी व बडी वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित होगा।समिति द्वारा बथुआहा ढलान,पिपराघाट कालेज तथा लालापटी में वाहन पार्किंग हेतु स्टैंड का निर्माण कराया गया है। बताया कि इस वर्ष चार से पांच लाख श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। विधि व्यवस्था के मद्देनजर कुल 13 पाइंट बनाए गए हैं। जहां पर्याप्त मात्रा में पुलिस बल,महिला पुलिस बल,दंडाधिकारी,स्वयं सेवक व स्काउट गाईड अपनी सेवा प्रदान करेंगे।इसके अतिरिक्त चप्पे चप्पे पर खुफिया तंत्र मौजूद रहेंगे।मेले का समापन बुधवार को होगा।बता दें कि पिपराघाट में कमला बलान एवं सोनी नदी का त्रिवेणी संगम है। सो आध्यात्मिक दृष्टि से इस संगम पर कार्तिक पूर्णिमा के स्नान को काफी फलदायी माना गया है। सो नेपाल ,झारखंड, पश्चिम बंगाल सहित प्रदेश के सीतामढ़ी,समस्तीपुर,दरभंगा,सुपौल,सहरसा सहित जिले के कोने-कोने लोग आते हैं।