आरटीपीएस काउंटर बंद देख लोगों ने किया हंगामा
मधवापुर प्रखंड के विभिन्न पंचायतों से सोमवार को सैकड़ों की संख्या में कई तरह का प्रमाण-पत्र बनवाने आरटीपीएस काउंटर पर पहुंचे लोगों ने बिजली के अभाव में कांउटर बंद देख हो हंगामा किया।
मधुबनी। मधवापुर प्रखंड के विभिन्न पंचायतों से सोमवार को सैकड़ों की संख्या में कई तरह का प्रमाण-पत्र बनवाने आरटीपीएस काउंटर पर पहुंचे लोगों ने बिजली के अभाव में कांउटर बंद देख हो हंगामा किया। जिम्मेदार विभागीय अधिकारियों व कर्मियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर अपने गुस्से का इजहार किया। इस दौरान आरटीपीएस काउंटर पर कुछ देर के लिए अफरा-तफरी की स्थिति उत्पन्न हो गई। आरटीपीएस कांउटर पर जाति, आवासीय, आय आदि प्रमाण पत्र बनवाने इलाके के विभिन्न पंचायतों से पहुंचे साहरघाट की रजनी कुमारी, बिहारी की नेहा कुमारी, लोमा की इंदु देवी, बिहारी की शाजन खातुन, महुआ के रविशंकर कुमार ने कहा कि हम लोग पिछले तीन दिन से आवासीय, जाति आदि प्रमाण पत्र बनवाने पहुंच रहे हैं परंतु आरटीपीएस कर्मी कभी नेट खराब रहने व बिजली नहीं रहने की बात कह लोगों को टाल देते हैं। जबकि फिलहाल इंटर का रिजल्ट आने से विभिन्न कॉलेज में बच्चों के नामांकन की प्रक्रिया शुरू होगी। जिसमें आवेदन करने के लिए प्रमाण पत्रों की आवश्यक होगी। सुबह दस बजे से ही कांउटर पर खड़ा हूं पर अबतक कांउटर बंद रहने के कारण लोगों ने हंगामा किया है। वहीं बोकहा गांव के रामनंदराय, सुनील कुमार यादव, पड़ड़ी के दिलीप कुमार यादव, कविता कुमारी, बिहारी के फेकन राम एवं शौल देवी सहित कई लोगों ने बताया कि पिछले एक सप्ताह से विभिन्न जाति एवं आवासीय प्रमाण पत्र बनवाने पहुंचे रहे है आरटीपीएस कर्मियों की मनमानी के कारण हर रोज धर लौट रहे है। लोगों आरोप लगाते हुए कहा कि जो लोग कर्मियों को नजराना देते है उन्हें चोरी छिपे प्रमाण पत्र बनाकर दिया जाता है। इस बात को लेकर लोग गुस्से में आकर हंगामा किया है। इस दौरान किसी कार्य बस प्रखंड पहुंचे प्रमुख लोगों ने लोगों को शांत कराया। लोग बिजली आने की प्रतीक्षा करने लगे। इस दौरान लोगों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ तो हम लोगों विभागीय पदाधिकारियों के विरूद्ध आन्दोलन चलने को बाध्य हो जाएंगे।
इस बाबत आरटीपीएस कर्मी अशोक कुमार व साकेत कुमार सिंह ने बताया कि बिजली के आभाव में कांउटर बंद है। जनरेटर का कनेक्शन हटने के बाद इंभौवटर दिया गया था पर पिछले 15 से खराब रहने के कारण बिजली रहने पर काम किया जाता है। इसकी सूचना विभागीय अधिकारियों को दे दी गई है।