हत्या व लूट की घटनाओं से इलाके में दहशत
मधुबनी। अनुमंडलीय क्षेत्र में पंचायत समिति सदस्य व पूर्व जिला पार्षद सत्तन झा की हत्या के कुछ दिनों बाद ही वार्ड सदस्य जगदेव यादव की हत्या से इलाके में दहशत है। दोनों हत्याओं के कारण में एक समानता है।
मधुबनी। अनुमंडलीय क्षेत्र में पंचायत समिति सदस्य व पूर्व जिला पार्षद सत्तन झा की हत्या के कुछ दिनों बाद ही वार्ड सदस्य जगदेव यादव की हत्या से इलाके में दहशत है। दोनों हत्याओं के कारण में एक समानता है। वह है पुरानी रंजिश। सत्तन झा को कुख्यात बाला मिश्र की हत्या के प्रतिशोध में मारा गया था। 28 अगस्त की इस घटना में शामिल तीन आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद इस कारण का पता चला था। वहीं सत्तन झा की छवि भी आपराधिक थी। देबधा के वार्ड सदस्य की हत्या में भी रंजिश की बात ही सामने आ रही। मगर, इस हत्या में महत्वपूर्ण यह है कि आरोपित ने घर में रखे तमंचे से फायर किया था।
अब दोनों हत्या पर गौर करें तो एक में बाइक सवार ने सत्तन झा की हत्या की थी। यानी, अपराधी बेखौफ होकर हथियार के साथ बाइक से घूमते हैं। वहीं जगदेव यादव की हत्या घर में रखे तमंचे से की गई। यानी, घर में भी लोग हथियार रख रहे हैं।
हत्या की इन घटनाओं के अलावा 20 अगस्त को अनुमंडल मुख्यालय से सटे कमलावाड़ी पेट्रोल पंप के कर्मी से हथियार के बल पर दिनदहाड़े 94 हजार लूट भी हुई थी। वहीं कई आपराधिक गुटों द्वारा आए दिन फोन पर रंगदारी मांगने के मामले में सामने आए हैं। कई लोगों ने रंगदारी मांगे जाने की सूचना पुलिस को भी दी। शराब तस्करी के कारण भी आपराधिक घटनाओं में वृद्धि
शराबबंदी के बाद भी सीमावर्ती क्षेत्रों में इसकी तस्करी धड़ल्ले से जारी है। गांव के बेरोजगार युवाओं को इस धंधे में लाकर शराब बिकवाई जा रही है। मगर, असली मुनाफा शराब तस्करों को हो रहा है। माना जा रहा है कि शराब के धंधे में वृद्धि के कारण भी आपराधिक घटनाएं बढ़ रही हैं।