राष्ट्रीय लोक अदालत में पांच सौ से अधिक मामलों का निपटारा
जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वावधान में व्यवहार न्यायालय में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन शनिवार को किया गया। जिसमें पांच सो अधिक मामलों का निष्पादन आपसी समझौते के आधार पर हुआ।
मधुबनी । जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वावधान में व्यवहार न्यायालय में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन शनिवार को किया गया। जिसमें पांच सो अधिक मामलों का निष्पादन आपसी समझौते के आधार पर हुआ। जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव अमरजीत कुमार के अनुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष सह जिला एवं सत्र न्यायाधीश कृष्ण मुरारी शरण के निदेशानुसार लोक अदालत के लिए कुल सात बेंच बनाए गए थे। लोक अदालत में विभिन्न बैंकों के कुल 493 ऋण वादों का निष्पादन हुआ जिसमें एक करोड़ 98 लाख 17 हजार तीन सौ निन्यानवे रुपए पर समझौता हुआ। जिसमें लगभग 31 लाख 73 हजार रुपए की वसूली हुई। इसमें पंजाब नेशनल बैंक के 267 मामलों का निष्पादन हुआ और 19 लाख 39 हजार रूपए की वसूली हुई। वहीं सेन्ट्रल बैंक के 56 मामलों का निष्पादन हुआ तथा तीन लाख 32 हजार रुपए की वसूली हुई। स्टेट बैंक के 76 मामलों का निष्पादन हुआ और चार लाख 86 हजार रुपए की वसूली हुई। लोक अदालत मैक्ट केसेज के चार मामलों का निष्पादन हुआ जबकि 40 शमनीय फौजदारी वादों का निष्पादन हुआ। लोक अदालत में बीएसएनएल के 15 वादों का निष्पादन हुआ और उपभोक्ताओं से 87 हजार 298 पर समझौता हुआ। निष्पादन और वसूली में सबसे आगे पीएनबी रहा। राष्ट्रीय लोक अदालत को लेकर न्यायालय परिसर में गहमा गहमी रही। सात बेंच का किया गया था गठन राष्ट्रीय लोक अदालत के लिए बेंच प्रथम में पीठासीन पदाधिकारी एडीजे सप्तम सुशील कुमार दीक्षित और सदस्य अधिवक्ता अमरनाथ झा थे। बेच दो में पीठासीन पदाधिकारी जेएम प्रथम श्रेणी कुमार रितेश, बेंच तीन में पीठासीन पदाधिकारी एडीजे षष्ठ सत्यप्रकाश, बेंच चार में पीठासीन पदाधिकारी जेएम प्रथम श्रेणी रोशन कुमार छापोलिया, बेंच छह में पीठासीन पदाधिकारी जेएम प्रथम गोपाल प्रसाद गुप्ता, बेंच छह में पीठासीन पदाधिकारी जेएम प्रथम श्रेणी संजय कुमार और बेंच सात में पीठासीन पदाधिकारी जेएम प्रथम श्रेणी अविनाश कुमार बनाए गए थे। वही बेंच दो में सदस्य के रूप में अधिवक्ता कुमारी मधुरानी, बेंच तीन में मो.महताब आलम, बेंच चार में प्रणव कुमार इंशु, बेंच पांच में सुशील यादव, बेंच छह में कालिका प्रसाद सिह और बेंच सात में अनिल कुमार ठाकुर बतौर अधिवक्ता सदस्य थे।