पानी में बह गए लाखों रुपये, आम जनता रह गई प्यासी
मधुबनी। मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी हर घर जल योजना स्थानीय पंचायत प्रतिनिधि संवेदकों व प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों की लापरवाही की भेंट चढ़ गई। करोड़ों रुपये खर्च होने के बाद भी परिणाम लगभग शून्य है।
मधुबनी। मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी हर घर जल योजना स्थानीय पंचायत प्रतिनिधि, संवेदकों व प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों की लापरवाही की भेंट चढ़ गई। करोड़ों रुपये खर्च होने के बाद भी परिणाम लगभग शून्य है। करीब तीन साल बीत जाने के बावजूद पंचायतों में उक्त योजना मूर्त रूप नहीं ले पा रही है। आज भी गांव के हजारों लोग अशुद्ध पानी पीने को विवश हैं।
मालूम हो कि इस योजना के तहत पंचायतों में हर घर को शुद्ध एवं स्वच्छ पानी पहुंचाना था। प्रखंड के ठाढ़ी गांव में मुख्यमंत्री जल नल योजना पूरी तरह विफल साबित हो रही है। यहां पीएचईडी विभाग को जलपूर्ति का जिम्मा सौंपा गया था। मगर, गांव के लोगों को विगत साल भर से जलापूर्ति योजना के माध्यम से ठीक से पानी नसीब नहीं हो रहा है। यहां यह योजना 90 के दशक में शुरू हुई थी। मुख्यमंत्री के हर घर जल योजना शुरू होने के बाद दोबारा भारी भरकम बजट से हर घर पानी पहुंचाने का काम शुरू हुआ। मगर, ना तो पुराने पाइप बदले गए और ना ही जरूरतमंद लोगों तक कनेक्शन पहुंचाया गया। विभाग की सारी कार्रवाई कागज तक ही सीमित रही।
यहां चार सौ परिवार को ग्रामीण जलापूर्ति योजना के तहत पानी मिल रहा था। लगभग इतने ही परिवार इससे महरूम रहे। क्योंकि उनके घर तक पानी का पाइप पहुंचा ही नहीं। इस बीच सड़क चौड़ीकरण में कई जगह मुख्य पाइप टूट गया। इससे जगह-जगह पानी लीकेज होने लगा। मजबूरन पानी सप्लाई रोकना पड़ा। कुछ मिनट के लिए भी पंपसेट चालू करने पर जगह-जगह पानी फैल जाता है। ये पानी लोगों के घर तक तो नही पहुंचा। मगर, इससे परमेश्वरी स्थान के समीप का तालाब जरूर भर गया। साथ ही जगह जगह सड़कों पर पानी फैला रहता है।
ग्रामीण डॉ. प्रेमकांत झा, संजय कुमार, राजनारायण उर्फ छोटू राय, सोनू झा, बहादुर ठाकुर आदि ग्रामीणों ने बताया कि पानी की समस्या को लेकर स्थानीय पदाधिकारी से लेकर वरीय पदाधिकारी को भी कई बार जानकारी दी गई। मगर, इसपर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। ग्रामीणों के मुताबिक जलापूर्ति को लेकर ऑनलाइन शिकायत की गई। सत्य नारायण भंडारी ने बताया कि जगह-जगह पाइप टूटफूट गया। इससे पानी की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। टोंटी लगाया। लेकिन, उससे आज तक एक बूंद पानी नहीं टपका।
मुखिया महेंद्र राय कहते हैं कि इस बारे में बार-बार विभाग को कहा गया है। मगर, किसी का ध्यान इस समस्या के ऊपर नही है। बीडीओ राजेश्वर राम कहते हैं कि विभाग को इस समस्या और इसके सुधार के बारे में जानकारी दी गई है। इस संबंध में जेई सत्य प्रकाश ने बताया ग्रामीणों के द्वारा जानकारी मिली है। शीघ्र ही क्षतिग्रस्त पाइप को दुरुस्त कर पानी की सप्लाई शुरू कर दी जाएगी। हालांकि, जेई साल भर से यही कहते आ रहे हैं।