लाखों रुपये खर्च, बंद रहते स्वास्थ्य केंद्र
मधुबनी। ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य संबंधित व्यवस्था दुरुस्त करने के लाख प्रयासों के बावजूद लोगों को समुचित लाभ नहीं मिल रहा है।
मधुबनी। ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य संबंधित व्यवस्था दुरुस्त करने के लाख प्रयासों के बावजूद लोगों को समुचित लाभ नहीं मिल रहा है। अंधराढाढ़ी प्रखंड में तैनात एएनएम और कर्मचारियों की मनमानी से ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा पूरी तरह बदहाल है। प्रखंड में स्वास्थ्य सेवाओं की उचित व्यवस्था को लेकर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी उमेश राय लगातार प्रयास कर रहे हैं। मगर, कोई कार्रवाई नहीं होने से स्वास्थ्य कर्मचारियों के रवैये में बदलाव होता नहीं दिख रहा है।
प्रखंड के उप स्वास्थ्य केंद्रों की दशा नए साल में भी लगभग चौपट है। स्थानीय प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के द्वारा लगातार औचक निरीक्षण के बावजूद स्थिति जस की तस है। सोमवार को डॉ. उमेश राय ने प्रखंड के मदना गांव स्थित उप स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण किया। मदना का उप केन्द्र बंद पड़ा था। केंद्र पर पदस्थापित स्वास्थ्य कर्मियों ने इस दौरान प्रभारी का फोन उठाना भी उचित नही समझा। हालांकि, प्रभारी ने एएनएम किरण कुमारी को स्पष्टीकरण देने को कहा है। अगले आदेश तक उनका वेतन को बंद कर दिया।
बताते चलें कि अंधराठाढ़ी प्रखंड क्षेत्र में तीन अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र एवं 23 उप स्वास्थ्य केंद्र है। मगर, स्थिति यह है कि यहां स्वास्थ्य कर्मी उपलब्ध नहीं रहते हैं। वहीं इनकी कोई देखरेख नहीं हो पाती है। गौरतलब है कि सरकार के द्वारा ग्रामीण क्षेत्र में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने हेतु स्वास्थ्य उपकेंद्र स्थापित किए हैं। जहां नियमित स्वास्थ्य सेवा के लिए एएनएएम का पदस्थापन हुआ है। उन्हें हर महीने लाखों रुपये से अधिक का भुगतान किया जाता है। कई स्थानों पर तो उप स्वास्थ्य केंद्र बंद पड़े हैं। भवन खंडहर बन गए हैं।