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महाराजी व सुरक्षा बांध कई जगह कमजोर

बेनीपट्टी प्रखंड क्षेत्र में बाढ़ सुरक्षा महराजी बांध जर्जर व क्षतिग्रस्त रहने के कारण यहां के लोगों में संभावित बाढ़ की आशंका सताने लगी है। अगर बाढ़ आई तो मचेगी भारी तबाही।

By JagranEdited By: Published: Sun, 17 Jun 2018 10:31 PM (IST)Updated: Sun, 17 Jun 2018 10:31 PM (IST)
महाराजी व सुरक्षा बांध कई जगह कमजोर
महाराजी व सुरक्षा बांध कई जगह कमजोर

मधुबनी। बेनीपट्टी प्रखंड क्षेत्र में बाढ़ सुरक्षा महराजी बांध जर्जर व क्षतिग्रस्त रहने के कारण यहां के लोगों में संभावित बाढ़ की आशंका सताने लगी है। अगर बाढ़ आई तो मचेगी भारी तबाही। 40 किलोमीटर में महराजी बांध एवं दस किलोमीटर में फैली बाढ़ सुरक्षा बांध व आठ किलोमीटर में फैले ¨रग बांध की स्थिति कई जगहों पर कमजोर रहने के कारण टूट की खतरे की आशंका से ग्रामीणों की बेचैनी बढ़ गई है।

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अधवारा समूह के धौस नदी के तट पर बसे मतरहरी रानीपुर गांव से एसएच 52 नजरा सड़क तक बाढ़ नियंत्रण विभाग झंझारपुर के द्वारा मरम्मत कार्य शुरू की जा रही है। जबकि वर्ष 2017 में आई भीषण बाढ़ के दौरान क्षेत्र में भारी तबाही मची थी साथ ही लोगों को भारी परेशानी का दंश झेलना पड़ा।

यहां-यहां हुई बांध की मरम्मत :

बाढ़ नियंत्रण विभाग झंझारपुर वन के द्वारा प्रखंड के पाली उत्तर, करहारा, बिरदीपुर, सोहरौल, मेघवन, नजरा, रानीपुर, बसैठ, अग्रोपट्टी, शिवनगर गांव में जहां महराजी बांध की मरम्मत की गई है। वहीं जल संसाधन विभाग दरभंगा एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग झंझारपुर के द्वारा 2017 के बाढ़ के दौरान टूटे हुए 20 जगहों पर मरम्मत का काम हुआ है। जबकि अधिकांश जगहों पर महराजी बांध जर्जर व क्षतिग्रस्त है। बाढ़ सुरक्षा महराजी बांध में जहां रेनकट है, वहीं जगह-जगह चूहा लग गया है। सुरक्षा बांधो की स्थिति काफी खतरनाक रहने के चलते यहां के लोग संभावित बाढ़ की आशंका से भयभीत नजर आ रहे है। 10 किलोमीटर की दूरी में सुरक्षा बांध :

बाढ़ सुरक्षा बांध की हालत दयनीय है। जहां सोईली लचका के निकट कटाव स्थल को मरम्मत की गई। वहीं मलहामोड़ तक जानेवाली बाढ़ सुरक्षा बांध कई जगहों पर क्षतिग्रस्त है। जबकि बड़े-बड़े गढ़े व रेनकट बन गए हैं। सोईली पुल से दक्षिण धौस नदी के तट पर बने महराजी बांध की हालत काफी खराब है। जहां सुरक्षा बांध की हालत जर्जर रहने से लोगों की ¨चता बढ़ने लगी है। आठ किलोमीटर की दूरी में है चानपुरा सुरक्षा ¨रग बांध :

चानपुरा बाढ़ सुरक्षा ¨रग बांध आठ किलोमीटर की दूरी में फैली हुई है जहां आधे दर्जन स्थानों पर बाढ़ सुरक्षा ¨रग बांध क्षतिग्रस्त है। जबकि विगत बारह वर्षो से ¨रग बांध की मरम्मत व उंचीकरण नही हो पाई है। विभाग के द्वारा 2017 के बाढ़ के दौरान टूटे तीन स्थलों पर ¨रग बांध की मात्र मरम्मत कराई गई है। कहते हैं अभियंता.

बाढ़ नियंत्रण विभाग झंझारपुर वन के सहायक अभियंता लक्ष्मण यादव, जेई सुधीर प्रसाद ने बताया कि चार करोड़ 69 लाख रूपये की लागत से चार बांधों का उंचीकरण व 23 जगहों पर टूट स्थल का मरम्मत कराई गई है। जबकि जल संसाधन विभाग दरभंगा के जेई सुनील कुमार ¨सह ने बताया कि दो करोड़ 59 लाख रूपये की लागत से दस जगहों पर टूट स्थल का मरम्मत कराई गई है। कहते हैं एसडीएम

अनुमंडल पदाधिकारी मुकेश रंजन ने बताया कि जल संसाधन विभाग एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग झंझारपुर के द्वारा महराजी बांध की मरम्मत एवं टूटे हुए बांध की मरम्मत कार्य कराया जा रहा है। जबकि बाढ़ सुरक्षा महराजी बांध, सुरक्षा बांध, ¨रग बांध का निरीक्षण के बाद मरम्मत के लिए जिला को रिपोर्ट भेज दिया गया है। जहां मरम्मत की आवश्यकता होगी वहां जल्द मरम्मत का काम होगा। साथ ही बाढ़ से बचाव के लिए प्रशासन के द्वारा तैयारी की जा रही है।


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