बाढ़ में दिखाई जीवटता, कला को दी महत्ता
मधुबनी। जिला पदाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक का तबादला करते हुए पूर्वी चंपारण के डीएम पद पर पदस्थापित किया गया है।
मधुबनी। जिला पदाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक का तबादला करते हुए पूर्वी चंपारण के डीएम पद पर पदस्थापित किया गया है। उनकी जगह अब पश्चिम चंपारण जिले के डीएम डीएन रामचंद्र को मधुबनी का नया जिलाधिकारी बनाया गया है। वे मधुबनी के 32 वें जिलाधिकारी के रुप में योगदान करेंगे। दोनों 2011 बैच के आइएएस अधिकारी हैं।
भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी शीर्षत कपिल अशोक का मधुबनी के डीएम के तौर पर कार्यकाल शानदार रहा। प्रशासनिक कार्यशैली, मधुर व्यवहार, सहज उपलब्धता से जिलेवासियों के दिलों में अमिट छाप छोड़ने में सफल रहे। मधुबनी जिले के 31वें डीएम के रूप में वे 16 जून 2017 को कार्यभार संभाले थे। कार्यभार संभालते ही वे पूरी मुस्तैदी से जिले में विकास कार्यों को धरातल पर उतारने में मुस्तैदी से जुट गए। बाढ़ के दौरान जहां उन्होंने अपनी जीवटता दिखाई वहीं कला को भी काफी महत्ता दी। मधुबनी पेंटिग्स के प्रति जिलेवासियों को उत्साहित किया। समाहरणालय, जिला अतिथि गृह समेत कई सरकारी कार्यालयों की दीवारों को उन्होंने मधुबनी पेंटिग्स से सजाकर आकर्षक लुक दिया। समाहरणालय पथ के किनारे स्थित मकानों, चहारदीवारियों की दीवारों पर भी मधुबनी पेंटिग्स का निर्माण कराया। सौराठ में मिथिला चित्रकला संस्थान एवं ललित संग्रहालय भवन का निर्माण कार्य भी तीव्र गति से प्रारंभ कराया। दिल्ली हाट की तर्ज पर अररिया संग्राम में अर्बन हाट की स्वीकृत कराकर भी जिले को नायाब तोहफा दिया। जीतवारपुर को कलाग्राम के रुप में स्वीकृत कराने में भी महती भूमिका का निर्वाह किया। मधुबनी शहर को जलजमाव से मुक्ति दिलाने के लिए मधुबनी स्ट्रॉल वाटर ड्रेनेज निर्माण के लिए 10,365 लाख रुपये की स्वीकृति दिलाई। इस योजना पर बुडको द्वारा कार्य प्रारंभ भी कर दिया गया है। वे जिले के विकास के लिए कई ऐसे कार्यो को धरातल पर उतारने में सफल रहे, जिसके लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा। उन्होंने बाढ़ की त्रासदी के दौरान जिस त्वरित गति से पीड़ितों के लिए राहत व बचाव कार्य चलाया, बाढ़ से क्षतिग्रस्त महत्वपूर्ण पथों को मरम्मत कराकर यातायात बहाल कराने में जो सजगता दिखाई, उसके लिए भी वे याद किए जाएंगे। सामाजिक सरोकार से जुड़े कार्यो में भी वे अहम रोल निभाते रहे।