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छात्रों के अनुपात में शिक्षकों की कमी, पढ़ाई प्रभावित

जिले के सभी स्तर के स्कूलों में शिक्षकों की घोर कमी है। जिससे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने की बात बेमानी साबित हो रही है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 08 Jan 2019 10:13 PM (IST)Updated: Tue, 08 Jan 2019 10:13 PM (IST)
छात्रों के अनुपात में शिक्षकों की कमी, पढ़ाई प्रभावित

मधुबनी। जिले के सभी स्तर के स्कूलों में शिक्षकों की घोर कमी है। जिससे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने की बात बेमानी साबित हो रही है। शिक्षक-छात्र अनुपात सही नहीं है। कई विषयों के शिक्षक ढूंढ़ने से नहीं मिल रहे।

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जिले में 122 उच्च एवं तीन हजार प्राथमिक एवं मध्य विद्यालय हैं। जिसमें शिक्षकों की घोर कमी है। जिला शिक्षा पदाधिकारी श्रीराम कुमार कहते हैं कि नियोजित व्यवस्था से छात्र अनुपात में शिक्षकों को भर्ती करने का प्रयास हो रहा है। फिर भी अभी तक हम छात्र अनुपात में शिक्षकों की व्यवस्था नहीं कर सके हैं। जिसके लिए सभी स्तर पर प्रयास जारी है। जहां तक शिक्षकों का सवाल है जो भी उपलब्ध हैं उनसे ही काम चलाया जा रहा है।

वर्तमान में जिले में छात्र के अनुपात में 40 प्रतिशत शिक्षकों की कमी है।

उदाहरण के तौर पर सुदामा जलेश्वर प्लस टू उच्च विद्यालय वाणेश्वर स्थान, बेनीपट्टी की पड़ताल की तो वहां शिक्षकों का घोर अभाव पाया। यहां नामांकित छात्र-छात्राओं की संख्या चार सौ है। जिसके लिए मात्र छह शिक्षक मौजूद हैं।यही हाल सभी उच्च विद्यालयों का है।

इस विद्यालय में संस्कृत, मैथिली, विज्ञान तथा शारीरिक शिक्षक की कमी है। इस विद्यालय की छात्रा साबिल खातून, अल्का कुमारी, विनय पासवान, पूजा कुमारी, धीरेन्द्र कुमार, अंकित कुमार, अजय कुमार साह, ने बताया कि शिक्षकों की कमी के चलते पूरी पढ़ाई नहीं हो पा रही है।


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