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पहले ही प्रयास में बीपीएससी परीक्षा में कृष्ण भूषण ने मारी बाजी

बचपन से ही मेधावी व कुशाग्र बुद्धि वाले परिश्रमी ई. कृष्ण भूषण कुमार पहले ही प्रयास में बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित 56 वीं से 59 वीं सम्मिलित संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा में सफलता का परचम लहराने में सफल रहे।

By JagranEdited By: Published: Sun, 19 Aug 2018 11:58 PM (IST)Updated: Sun, 19 Aug 2018 11:58 PM (IST)
पहले ही प्रयास में बीपीएससी परीक्षा में कृष्ण भूषण ने मारी बाजी
पहले ही प्रयास में बीपीएससी परीक्षा में कृष्ण भूषण ने मारी बाजी

मधुबनी। बचपन से ही मेधावी व कुशाग्र बुद्धि वाले परिश्रमी ई. कृष्ण भूषण कुमार पहले ही प्रयास में बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित 56 वीं से 59 वीं सम्मिलित संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा में सफलता का परचम लहराने में सफल रहे। इन्हें 733 वां रैंक मिला है। इनका चयन म्यूनिसिपल एक्सक्यूटिव आफिसर पद हेतु किया गया है। 30 वर्षीय ई. कृष्ण भूषण कुमार मधुबनी शहर के वार्ड नं.-04 स्थित कसेरा पोखर मुहल्ला के रहने वाले हैं।

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वर्तमान में ये भारत सरकार के उपक्रम राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड, नवरत्न कंपनी में उप प्रबंधक (विपणन) के पद पर पदस्थापित हैं। ये वर्ष 2011 से ही इस इस उपक्रम में पदस्थापित हैं। पारिवारिक पृष्ठभूमि : ई. कृष्ण भूषण कुमार बेहद ही साधारण परिवार से आते हैं। इनके पिता राम चन्द्र साह एवं माता सीमा देवी का पहले ही निधन हो चुका है। चार भाइयों में कृष्ण भूषण कुमार का नंबर दूसरा है। इनके बड़े भाई इन्द्र भूषण कुमार इंडियन नेवी में हेल्थ इंस्पेक्टर के पद पर पदस्थापित हैं। जबकि इनके दो छोटे भाइयों में से एक ई. सूर्य भूषण कुमार इंजीनिय¨रग कॉलेज, सीतामढ़ी में व्याख्याता के पद पर हैं। वहीं सबसे छोटा भाई चन्द्र भूषण कुमार स्नातकोत्तर की पढ़ाई कर रहा है। शिक्षा-दीक्षा :

ई. कृष्ण भूषण कुमार की प्राथमिक शिक्षा शहर के एक निजी स्कूल रिजनल सेकेंड्री स्कूल में हुई। इन्होंने मैट्रिक परीक्षा वर्ष 2003 में उच्च विद्यालय, जितवारपुर से 77.10 फीसद अंकों के साथ प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण किया। ये मैट्रिक परीक्षा में जिला टॉपर रहे। आरके कॉलेज, मधुबनी से आइएससी की परीक्षा 2006 में 66 प्रतिशत अंकों के साथ् प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण किया। जबकि बीआइटी ¨सदरी से सत्र 2007-11 में धातुकार्मिकी अभियंत्रण (मेटलर्जिकल इंजीनिय¨रग) में 84.30 फीसद अंकों के साथ बीटेक की डिग्री हासिल किया। इसके बाद ये वर्ष 2011 में उक्त जॉब ज्वाइन कर लिया। सरकारी सेवा में रहते हुए इन्होंने यूजीसी नेट से जूनियर रिसर्च फेलोशिप अर्थात जीआरएफ भी क्वालीफाई करने में सफल रहे हैं।

सेल्फ स्टडी ही सफलता का राज : ई. कृष्ण भूषण कुमार कहते हैं कि सरकारी सेवा में रहते हुए सेल्फ स्टडी के बल पर अंग्रेजी भाषा के माध्यम से पहले ही प्रयास में बीपीएससी द्वारा आयोजित सिविल सर्विसेज परीक्षा के माध्यम से म्यूनिसिपल आफिसर पद के लिए चयनित होने में सफल रहे हैं। ये कहते हैं की इनकी तमन्ना आइएएस बनकर देश की सेवा करने की है। इसके लिए वे तैयारी भी लगातार कर रहें हैं। प्रतियोगी परीक्षार्थियों को संदेश : ई. कृष्ण भूषण कुमार बीपीएससी द्वारा आयोजित की जाने वाली सिविल सर्विसेज परीक्षा में जुटे प्रतियोगी छात्र-छात्राओं को संदेश दिया है कि वे सेल्फ स्टडी को प्राथमिकता दें। कों¨चग के चकाचौंध में नहीं फंसे। छठी से 12 वीं कक्षा तक के एनसीईआरटी की बेसिक पुस्तक का गहन अध्ययन करें। समाचार पत्र भी नियमित पढ़े। करेंट अफेयर्स, जेनरल नॉलेज, समाचार पत्रों का एडिटोरियल भी नियमित रुप से पढ़े। मेहनत करें। सफलता मिलना तय


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