इंसानियत-भाईचारा का पैगाम देता जश्न-ए-ईद मिलादुन्नबी
मधुबनी। हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के जन्म दिवस पर अंजुमन इत्तेहादे मिल्लत के तत्वावधान में शहर में जुलूस-ए-मोहम्मदी निकाला गया। मिल्लत के अध्यक्ष अमानुल्लाह खान की अगुवाई में शहर के सूड़ी स्कूल मैदान से निकली जुलूस-ए-मोहम्मदी का वाट्सन उच्च विद्यालय के मैदान में धर्म सभा के साथ समापन हुआ।
मधुबनी। हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के जन्म दिवस पर अंजुमन इत्तेहादे मिल्लत के तत्वावधान में शहर में जुलूस-ए-मोहम्मदी निकाला गया। मिल्लत के अध्यक्ष अमानुल्लाह खान की अगुवाई में शहर के सूड़ी स्कूल मैदान से निकली जुलूस-ए-मोहम्मदी का वाट्सन उच्च विद्यालय के मैदान में धर्म सभा के साथ समापन हुआ। जुलूस-ए-मोहम्मदी में धार्मिक झंडा के साथ-साथ राष्ट्रीय ध्वज आकर्षण का केन्द्र बना रहा। धर्म सभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि इंसानियत का पैगाम देता जश्न-ए-ईद मिलादुन्नबी। अल्लाह तआला ने अपने आखिरी रसुल हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम पर अपनी आखिरी किताब कुरआन मजीद को 23 साल में नाजिल करके उनके लिए दिन-ए-इस्लाम को पसंद फरमा कर मुकम्मल किया। रसुल हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैही वसल्लम के जरिए कुरआने मजीद को तमाम आलम के इंसानों तक पहुंचाने का हुक्म फर्माया जो इंसान के लिए नसीहत वो हेदावत है। कलिमा-ए-तैय्यब, जो बंदा दिल से पढ़ता है लाईइलाह इल्लल्लाह मुहम्मदूर रसुल्लल्लाह का इकरार और तसदीक से अल्लाह तआला से अपील की गई। हमें अपनी जिदगी में झूठ, फरेब, बेईमानी, मक्कारी, शराबनसी और दहेज जैसी समाज में फैली बुराई को जड़ से उखाड़ फेकने की जरूरत है। पैगंबर हजरत मोहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के बताए मार्ग पर चलते हुए इंसानियत-भाईचारा कायम करना जिदगी का मकसद होना चाहिए। धर्म सभा को मौलाना जमीरुद्दीन, मौलाना अब्दुल कैयुम मिस्वाही, मौलाना कारी समीम अनवर, मौलाना अब्दुल मन्नान मिस्वाही, मौलाना गुलाम मुर्तुजा, मौलाना अंजारूल हक, मौलाना तुफैल अहमद, मौलाना गुलाम मुर्तजा, हाफिज समीम अनवर, हाफिज इरसाद, समशुल हक खान, मो. अली, रजी अहमद, कैशर इकबाल, मास्टर साबिर हुसैन, मो जमील अंसारी, गुलाम मोहम्मद, मास्टर रफीक, मो. फैयाजुद्दीन, समीउल्लाह अंसारी, मो. तौहीद, नौशाद खान, मो आदिल, मो कलाम खान, वली अहमद, मो चांद बाबू, पूर्व वार्ड पार्षद समीतुल्लाह खान, मौलान मंजुर, मौलाना हीरा गौसी, मौलाना गुलाम मुस्तफा, सहित अन्य ने संबोधित किया।