देश को अशांत करने में लगे हैं घुसपैठिये : सांसद
मधुबनी। कड़ी सुरक्षा के बीच बिस्फी में शनिवार को भाजपा ने सीएए के समर्थन में तिरंगा यात्रा निकाली। इस यात्रा के रूट में सीएए के खिलाफ कई दिनों से दिए जा रहे धरने की जगह भी शामिल थी।
मधुबनी। कड़ी सुरक्षा के बीच बिस्फी में शनिवार को भाजपा ने सीएए के समर्थन में तिरंगा यात्रा निकाली। इस यात्रा के रूट में सीएए के खिलाफ कई दिनों से दिए जा रहे धरने की जगह भी शामिल थी। मगर, पुलिस-प्रशासन ने यात्रा को बीच में ही रोक दिया। इस कारण यात्रा में शामिल भाजपा कार्यकर्ताओं के विरोध का पुलिस को सामना करना पड़ा।
इससे पहले तिरंगा यात्रा बैंगरा चौक से प्रारंभ होकर बांका हनुमान मंदिर के पास पहुंची। यहां से आगे बढ़ने से इसे रोक दिया गया। इसका समापन धेपुरा दुर्गा मंदिर में होना था। मगर, औंसी चौक के पास सीएए के विरोध में एक संप्रदाय विशेष की महिलाएं 18 जनवरी से ही धरने पर बैठी हैं। विधि व्यवस्था को देखते हुए प्रशासन इस यात्रा को वहां तक नहीं दिया। हजारों की संख्या में बाइक से पहुंचे कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए सांसद डॉ. अशोक कुमार यादव ने कहा कि सीएए अधिनियम से लोगों को नागरिकता दी जाएगी। किसी की नागरिकता छीनने का सवाल ही नहीं उठता है। इसके बावजूद कुछ लोग अकारण इसकी आड़ में अशांति फैलना चाह रहे हैं। मगर, ऐसा हरगिज नहीं होगा। जो इस देश के बाशिदा हैं, वे चाहे किसी भी धर्म व संप्रदाय के हों यहीं रहेंगे। जो घुसपैठिये हैं। वे देश को अशांत करने में लगे रहते हैं। उन्हें किसी भी हालात में देश से निकलना होगा। भाजपा जिलाध्यक्ष शंकर झा ने कहा कि जो भारतीय हैं उन्हें इस तरक्की में कंधे से कंधे मिलाकर चलना चाहिए। मगर, ऐसा नहीं हो रहा है। वे देश के हित में लिए गए निर्णयों का विरोध करते हैं। ऐसा करना किसी के लिए संभव नहीं है। पूर्व विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने कहा कि देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विश्व में प्रतिष्ठित हुआ है। जबकि कुछ लोग पाकिस्तान की भाषा बोल रहे हैं। ऐसा रवैया बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रशासन द्वारा इस कार्यक्रम को अपने गंतव्य स्थान तक नहीं जाने दिए जाने के कारण कार्यकर्ताओं में आक्रोश रहा। यात्रा में पूर्व जिला अध्यक्ष घनश्याम ठाकुर, बेबी झा, देवेंद्र प्रसाद यादव, सुनील कुमार मिश्र, अभिजीत पासवान, राजकिशोर मिश्र, रामशकल यादव, प्रभंशु झा, मनोज झा आदि ने विचार व्यक्त किए। चप्पे-चप्पे पर थी पुलिस
इस तिरंगा यात्रा को लेकर विधि व्यवस्था का खतरा होने की आशंका थी। क्योंकि इसके रूट में सीएए का विरोध कर रहे लोगों का धरनास्थल भी था। इसे देखते हुए चप्पे-चप्पे पर पुलिस बलों व पदाधिकारियों की तैनाती की गई थी। एसडीओ मुकेश कुमार रंजन व डीएसपी पुष्कर कुमार लगातार मॉनीटरिग करते रहे। विरोध के बावजूद भाजपा कार्यकर्ताओं को औंसी की ओर नहीं जाने दिया गया। इस रास्ते यात्रा को धेपुरा जाना था। आगे जाने से रोकने पर सीएए समर्थकों ने कई जगहों पर सड़क जाम कर विरोध जताया।