दहेज नहीं मिलने पर पति ने की दूसरी शादी, प्राथमिकी दर्ज
मधुबनी। ससुराल वालों ने पहले तो दहेज के लिए बहु के साथ मारपीट की। जब बात नहीं बनी तो पति ने दूसरी शादी कर ली।
मधुबनी। ससुराल वालों ने पहले तो दहेज के लिए बहु के साथ मारपीट की। जब बात नहीं बनी तो पति ने दूसरी शादी कर ली। घटना सरिसब पाही पूर्वी पंचायत के तिलौड़ी टोल की है। सुजिन्द्र कामति की पत्नी मुन्नी देवी ने पंडौल थाना में आवेदन देकर पति व ससुराल वालों के विरूद्ध शिकायत किया है। आवेदिका ने आरोप लगाया है कि वर्ष 2013 में उसकी शादी हिन्दु रितिरिवाज से हुई थी। उसके माता-पिता ने अपनी हैसियत के अनुसार दान दहेज भी दिया था। जिसमें एक लाख रुपए, फर्नीचर ,कपड़ा, सोने व चांदी के आभूषण तथा मोटरसाइकिल के लिए 65 हजार रूपए नगद दिया था। लेकिन शादी के 6 महीने बाद से ही आवेदिका के पति सुजिन्द्र कामति व सास कालो देवी और रूपए व आभूषण की मांग करने लगे। आवेदिका ने अपने मायके वालों की आर्थिक स्थिति को देखते हुए इस बात से इंकार कर दिया। इस पर वे लोग अक्सर उसे मारने पीटने लगे। कई दिन खाना भी नहीं दिया। तंग आकर कई बार आवेदिका मायके भी चली गई। समाजिक स्तर पर समझाने का प्रयास भी किया गया, लेकिन मामला नहीं बना। लगभग 6 महीने पहले आवेदिका के पति ने गुपचुप तरीके से दूसरी शादी कर ली। जब आवेदिका ने इसका विरोध किया तो मारपीट कर घर से बाहर निकाल दिया। दहेज को ले ससुराल वालों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज पंडौल। सरिसब पाही पश्चिमी पंचायत निवासी मो. अजमतुल्ला की पत्नी लाडली खातून ने पंडौल थाना में आवेदन देकर सास-ससुर व अन्य ससुराल वालों के विरूद्ध शिकायत की है। आवेदिका ने आरोप लगाया है की वर्ष 2012 में सरिसब पाही निवासी मो. मुस्तफा के बेटे अजमतुल्ला के साथ इस्लामिक रीति रिवाज के अनुसार शादी हुई थी। शादी में अपनी हैसियत के हिसाब से उसके माता-पिता ने दान दहेज भी दिया था। शादी के बाद 5 वर्षों तक सब कुछ ठीक-ठाक रहा। उसके पति दूसरे शहर में नौकरी करते हैं जो कमा कर अपने माता पिता को ही देते थे। साथ ही वह आवेदिका का भी ख्याल अच्छे से रख रहा था। आवेदिका के ससुर मो. मुस्तफा, सास मरजीना खातून, ननद तबस्सुम खातून तथा देवर और सलमान उर्फ राजा व्यापार करने के लिए आवेदिका को दो लाख रूपए मायके से लाने के लिए दबाव बनाने लगा। आवेदिका ने जब इस से इनकार किया तो वे गाली गलौज व मारपीट करने लगा। आवेदिका के पति ने भी अपने घर वालों का विरोध किया तो इन लोगों ने उसे भी मारा पीटा और दोनों को घर से निकाल दिया। करीब एक वर्ष तक अपने पति के साथ मायके में ही रही और जीवन यापन करती रही ।सामाजिक स्तर पर भी पंचायत हुई थी लेकिन वे लोग तैयार नहीं हुए। जब कहीं कोई उपाय नहीं मिला तो आवेदिका पंडौल थाना पहुंच इसकी शिकायत की है।