आज से माता दुर्गा की होगी गुप्त आराधना
मधुबनी । आषाढ़ नवरात्र पर जिलेभर में माता दुर्गा की विशेष पूजा-अर्चना होगी।
मधुबनी । आषाढ़ नवरात्र पर जिलेभर में माता दुर्गा की विशेष पूजा-अर्चना होगी। इस वर्ष आषाढ़ नवरात्र के लिए 30 जून गुरुवार को कलश स्थापना होगा। विसर्जन नौ जुलाई शनिवार को होगा। कलश स्थापन के लिए शुभ मुहूर्त सुबह नौ बजकर तीन मिनट तक है। इस साल आषाढ़ नवरात्र पर माता दुर्गा का आगमन डोला पर होगा तथा विदाई पैदल होगी। मंगरौनी के माता भुवनेश्वरी मंदिर के सबैत ज्योतिषाचार्य पीताम्बर झा ने बताया कि माता दुर्गा के डोला पर आगमन तथा पैदल विदाई के फलाफल के अनुसार देशभर में महामारी, शोक की स्थिति बनी रहेगी। पीड़ा देने वाली बड़ी घटना-दुर्घटनाओं को भी नकारा नहीं जा सकता है।
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माता भुवनेश्वरी सहित अन्य दुर्गा मंदिरों पर दुर्गा सप्तशती का पाठ :
सनातन धर्म में नवरात्र पर माता दुर्गा की साधना साधकों के लिए बेहद महत्वपूर्ण मानी जाती है। तंत्र साधना के लिए इसे गुप्त नवरात्र कहा जाता है। दस दिनों तक साधक अपने घरों, मंदिरों पर मां दुर्गा की विशेष साधना करते हैं। आषाढ़ नवरात्र पर जिलेभर में माता दुर्गा की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। शहर के मंगरौनी के माता भुवनेश्वरी मंदिर सहित विभिन्न दुर्गा मंदिरों पर दुर्गा सप्तशती का पाठ किया जाता है।
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आषाढ़ नवरात्र में साधकों की होती आध्यात्मिक उन्नति :
पंडित मोहित नारायण मिश्रा ने बताया कि आषाढ़ नवरात्र में समृद्धि, ज्ञान की सिद्धि होती है। नवरात्र में उपवास रखकर दुर्गा सप्तशती का पाठ करने से साधकों की मनोकामना पूर्ण होती है। साधकों की आध्यात्मिक उन्नति होती है। भक्तों को विधिविधान पूर्वक आषाढ़ नवरात्र अनुष्ठान करना चाहिए। मां दुर्गा की आराधना से दुर्गुणों का नाश होता है और साधकों को दिव्य अनुभूति की प्राप्ति होती है। आषाढ नवरात्र के लिए संकल्प लेते हुए कलश स्थापना करना चाहिए। अष्टमी, नवमी के दिन कन्या पूजन के साथ नवरात्र व्रत का उद्यापन करना चाहिए।