बौद्धिक विकास के लिए मनोविज्ञान की भूमिका महत्वपूर्ण
बेनीपट्टी के कालीदास विद्यापति साइंस कॉलेज उच्चैठ में करंट इमरजेंस ऑफ मनोविज्ञान विषय पर सेमिनार का उद्घाटन ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान पीजी विभाग के डॉ. ध्रुव कुमार, सीएम कॉलेज दरभंगा के प्रो. अमृत झा ने संयुक्त रूप से किया।
मधुबनी। बेनीपट्टी के कालीदास विद्यापति साइंस कॉलेज उच्चैठ में करंट इमरजेंस ऑफ मनोविज्ञान विषय पर सेमिनार का उद्घाटन ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान पीजी विभाग के डॉ. ध्रुव कुमार, सीएम कॉलेज दरभंगा के प्रो. अमृत झा ने संयुक्त रूप से किया। सेमिनार को संबोधित करते हुए डॉ. कुमार ने कहा कि मनोविज्ञान विश्व में अपनी महती भूमिका निभा रही हैं। देश व समाज को स्वास्थ्य व शांति रखने के लिए मनोविज्ञान ने बीड़ा उठाया है। 130 वर्ष पूर्व जर्मनी में मनोविज्ञान का जन्म हुआ। 20 वर्षो में मनोविज्ञान पूरे विश्व में फैल गया। समाज में बच्चों को पठन पाठन व बौद्धिक विकास के लिए मनोविज्ञान की महत्वपूर्ण भूमिका है। मानसिक रोग से विश्व में 60 प्रतिशत लोग ग्रसित हैं जहां मनोविज्ञान से ही इसकी समाधान संभव है। समाज के अंदर समाजिक तनाव व समस्याओं को दूर करने में मनोविज्ञान की भूमिका महत्वपूर्ण है। मनुष्य के लिए शांति एवं स्वास्थ्य व सुख जरूरी हैं। मनोविज्ञान आनंद की भाषा है। वेद व पुराण में भी पुराण में भी ऋषि मुनी ने चर्चा की हैं। प्रो. अमृत झा, केभीएस कॉलेज के प्रधानाचार्य डा. पंकज कुमार चौधरी, डा. दिगम्बर ठाकुर दिनकर, कार्यक्रम के संयोजक डा. विजयसेन पांडेय, प्रो. योगानंद झा, डा. दुर्गा झा, डा. कन्हैया कुमार, डा. उदय कुमार साह, डा. राजा साह, प्रो. आनंद झा, उदय नारायण झा, नारायण जी झा, रवीन्द्र झा, सत्येम झा, शैलेन्द्र कुमार ¨सह, दिनेश पाठक, डा. श्याम कुमार ठाकुर, डा. रहमान, छात्र नेता अभिषेक कुमार, अंकित कुमार, शीतल, पूजा सहित कई लोगें ने विचार प्रकट किया। आगत अतिथि को महाविद्यालय की ओर से डा. दिगम्बर ठाकुर दिनकर एवं कार्यक्रम के संयोजक डा. विजय सेन पांडेय ने पाग दोपटा से सम्मानित किया।