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सीमा क्षेत्र में नशीली दवाओं का चल रहा है काला धंधा

मधुबनी। भारत-नेपाल सीमा पर इन दिनों प्रतिबंधित नशीली दवाओं का काला धंधा तेजी तरीके से फैलता जा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 23 Dec 2019 11:58 PM (IST)Updated: Mon, 23 Dec 2019 11:58 PM (IST)
सीमा क्षेत्र में नशीली दवाओं का चल रहा है काला धंधा
सीमा क्षेत्र में नशीली दवाओं का चल रहा है काला धंधा

मधुबनी। भारत-नेपाल सीमा पर इन दिनों प्रतिबंधित नशीली दवाओं का काला धंधा तेजी तरीके से फैलता जा रहा है। हरिने व पिपरौन बोर्डर पर इन दिनों दर्जनों जगह अवैध रूप से नशीली दवाइयां ऊंची कीमत पर बेची जा रही हैं। इस मामले में चौंकाने वाली बात यह है कि स्थानीय लोगों की लगातार शिकायत पर थाना की पुलिस कोई कार्रवाई करती है ना ही संबंधित स्वास्थ्य विभाग कोई पहल करता। जबकि बॉर्डर पर तेजी से बिना लाइसेंस वाली दवा दुकानें अवैध रूप से चल रही हैं। इसमें प्रतिबंधित नशीली दवाइयां ही अधिक बेची जाती हैं। जबकि इन दवाइयों की बिक्री पर पूरी तरह प्रतिबंध है। ऐसी दवाइयों को किसी रजिस्टर्ड चिकित्सक के पुर्जे पर ही बेचने का प्रावधान है। ऐसी नशीली दवाइयां नेपाली युवाओं की पहली पसंद है। नेपाल में किसी भी दवा दुकानों में इस तरह की दवाइयों को रजिस्टर्ड चिकित्सक के पुर्जे के बिना नहीं बेची जाती है। इसलिए ज्यादातर नेपाली युवा इन बॉर्डर इलाकों में आकर हर रोज इन दवाइयां का सेवन करते हैं। इतना ही नहीं अब इन दवाओं की भारत से नेपाल तस्करी भी होने लगी है। पिपरौन कचहरी चौक से नेपाली बाइक सवार पीठ बैग में नशीली दवा रख तस्करी कर नेपाल ले जाते हैं। सीमा पर एसएसबी भी ऐसे लोगों की तलाशी नहीं लेते। जहां दवा तस्कर यह काला धंधा चला रहा है। उमगांव बैल बाजार के समीप एक कपड़ा दुकान में नशीली दवाओं का स्टॉक जमा किया जाता है। लोगों ने इसकी शिकायत भी की है। हरिने बॉर्डर के नहरनियां एसएसबी की नाका वाले रास्ते मे आम के बगीचे में भी फूस की दुकानों में नशीली दवाइयां बेरोकटोक बिक रही हैं। बयान:

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मामले की जांच की जाएगी। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

पुष्कर कुमार, डीएसपी बेनीपट्टी


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