डीएम ने किया प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना का शुभारंभ
मधुबनी । जिले के रहिका प्रखंड क्षेत्र के मिठौली स्थित जिला पंजीकरण सह परामर्श केंद्र (डीआरसीसी) में गुरुवार को जिला पदाधिकारी अमित कुमार ने विद्यालयों में पोषाहार योजना से संबंधित नई पद्धति से लैस प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना का समारोहपूर्वक शुभारंभ किया।
मधुबनी । जिले के रहिका प्रखंड क्षेत्र के मिठौली स्थित जिला पंजीकरण सह परामर्श केंद्र (डीआरसीसी) में गुरुवार को जिला पदाधिकारी अमित कुमार ने विद्यालयों में पोषाहार योजना से संबंधित नई पद्धति से लैस प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना का समारोहपूर्वक शुभारंभ किया। इस समारोह को संबोधित करते हुए डीएम ने कहा कि यह एक बेहतर कदम है। जिले के सरकारी विद्यालयों में पोषाहार दिए जाने से जहां बच्चों का विद्यालयों में उपस्थिति बढ़ेगी वहीं बच्चों में पोषण के स्तर को भी बढ़ाया जा सकेगा। जिला पदाधिकारी ने कहा कि पहले कक्षा एक से आठ तक के विद्यालयों में मध्याह्न भोजन योजना के नाम से पोषाहार योजना संचालित थी। अब नई पद्धति के साथ साथ इसके नाम में भी बदलाव किया गया है। अब इसे प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना के नाम से जाना जाएगा। इसके वित्तीय लेन-देन भी नए तरीके अर्थात पब्लिक फाइनेंस मैनेजमेंट सिस्टम (पीएफएमएस) से किया जाएगा। केंद्र सरकार द्वारा वित्तीय लेन-देन की यह ऑनलाइन व्यवस्था है। यह एक सॉफ्टवेयर है जिसका इस्तेमाल विगत कई वर्षों से मध्याह्न भोजन योजना में जिला स्तर पर किया जाता रहा है। अब इसका उपयोग विद्यालय स्तर पर भी किया जाना है। पहले नकद में किए जाने वाले सभी व्यय अब नकद में नहीं किए जाएंगे। विभागीय निर्देश के आलोक में विद्यालय द्वारा संचालित पूर्व के सभी खातों को बंद करने के उपरांत प्रखंड संसाधन केंद्रों पर कैंप लगाकर नया खाता एचडीएफसी बैंक में खोला गया है। अब विद्यालय प्रधान द्वारा राशि का भुगतान सीधे वेंडर या दुकानदार के खाते में जमा किया जाएगा। पीएमएफएस के अंतर्गत तीन यूजर्स होंगे। इसमें एडमिन, मेकर और चेकर होंगे। इनके द्वारा पीएमएफएस में डाटा अपलोड कर भुगतान की प्रक्रिया ऑनलाइन की जाएगी । इसमें एडमिन एवं मेकर संबंधित विद्यालय के प्रधान/ प्रभारी प्रधान और चेकर संबंधित प्रखंड के प्रखंड साधन सेवी (मध्याह्न भोजन योजना) होंगे। इस नई पद्धति के आने से व्यय की गई सरकार की राशि का लेखा- जोखा सही समय पर उपलब्ध हो सकेगा।
डीएम ने डीआरसीसी से रहिका एवं बाबूबरही प्रखंड के विभिन्न विद्यालयों के विद्यालय प्रधानों को पीएफएमएस की जानकारी देते हुए उक्त नई योजना की शुरुआत की। इस योजना को चरणबद्ध तरीके से जिले के सभी प्रखंडों में लागू किया जाएगा।
समारोह में जिला योजना पदाधिकारी विनोद कुमार झा, डीईओ नसीम अहमद, डीपीओ-समग्र शिक्षा चंदन प्रभाकर, डीपीओ-एमडीएम नजीबुल्लाह, डीपीओ-योजना एवं लेखा नवीन कुमार ठाकुर, रहिका एवं बाबूबरही प्रखंडों के बीआरपी-एमडीएम, विद्यालय प्रधान आदि भी मौजूद थे।