संगमरमर से बनीं मां दुर्गा का दर्शन कर निहाल होंगे श्रद्धालु
मधुबनी। फुलपरास प्रखंड की गोरियारी पंचायत के सिजौलिया गांव के सिद्धेश्वरी दुर्गा मंदिर में इस वर्ष दुर्गा पूजा पर मिट्टी की जगह स्थापित होगीं माता दुर्गा सहित भगवान गणेश माता लक्ष्मी माता काली कार्तिक और बसहा संग भगवान शिव-पार्वती की संगमरमरी प्रतिमा।
मधुबनी। फुलपरास प्रखंड की गोरियारी पंचायत के सिजौलिया गांव के सिद्धेश्वरी दुर्गा मंदिर में इस वर्ष दुर्गा पूजा पर मिट्टी की जगह स्थापित होगीं माता दुर्गा सहित भगवान गणेश, माता लक्ष्मी, माता काली, कार्तिक और बसहा संग भगवान शिव-पार्वती की संगमरमरी प्रतिमा। जयपुर से मंगायी गयी संगमरमर की ये प्रतिमाएं मंदिर में कलश स्थापन से पूर्व ही स्थापित किया जाएगा। सप्तमी को प्राण-प्रतिष्ठा अनुष्ठान संपन्न होगा। हालांकि, कलश स्थापन के दिन से ही श्रद्धालु माता की दर्शन कर सकेगें। जिले में यह पहला दुर्गा मंदिर होगा जिसमें मां दुर्गा समेत अन्य देवी-देवताओं की संगमरमर की प्रतिमा स्थापित होगी। शेर पर सवार महिषासुर पर प्रहार की मुद्रा वाली मां दुर्गा की करीब साढ़े छह फीट की प्रतिमा के अलावा चार फीट लंबी अन्य प्रतिमाओं पर करीब 11 लाख रुपये व्यय हुए हैं। वहीं पूजा, मंदिर की सजावट और शहस्त्र चंडी यज्ञ पर करीब 15 लाख रुपये का बजट है। सिजौलिया सिद्धेश्वरी दुर्गा मंदिर का निर्माण वर्ष 1984 में कराया गया और वर्ष 1985 से प्रतिवर्ष प्रतिमा स्थापित कर दुर्गा पूजा की जाती रही है। मालूम हो कि प्रत्येक वर्ष प्रतिमा निर्माण, उस पर आने वाला खर्च और विसर्जन के बाद प्रतिमा का जल प्रवाह से बचने के लिए मंदिर में संगमरमर की स्थायी प्रतिमा स्थापित करने का निर्णय लिया गया। दुर्गा पूजा एवं शहस्त्र चंडी यज्ञ के सचिव मनोज कुमार मिश्र ने बताया कि मंदिर परिसर में नौ हजार स्क्वायर फीट में भव्य पंडाल का निर्माण कार्य चल रहा है। लालटुन एंडको द्वारा पंडाल को आकर्षक बनाने की कोशिश की जा रही है। मंदिर के अंदर और बाहरी भाग को दूधिया बल्बों से सजाया जा रहा है। जिसकी छटा संध्या बाद देखते ही बनेगी।
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मिथिला पद्धति से पूजा में आरती में शामिल होते बड़ी संख्या में श्रद्धालु
फोटो 23 एमडीबी 6
बेनीपट्टी के देवपुरा गांव के नवनिर्मित मंदिर में दुर्गा पूजा की तैयारी जोरों पर चल रही है। मूर्तिकार द्वारा मां दुर्गा सहित अन्य देवी देवताओं की प्रतिमा बनायी जा रही है। यहां आर्या सर्वांगीण विकास संस्था द्वारा 33 वर्षो से दुर्गा पूजा की जा रही है। स्थानीय कलाकारों द्वारा मंदिर को भव्य रूप दिया जा रहा है। मंदिर का निर्माण करीब एक करोड़ की लागत से कराई गई है। पूजा पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इस दुर्गा मंदिर की सजावट देखते ही बनती है। मिथिला पद्धति से होने वाली पूजा और आरती में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल होते हैं। पूजा समिति के अध्यक्ष डॉ. गौड़ीकांत मिश्रा, सचिव वैद्यनाथ झा, कोषाध्यक्ष मिथिलेश झा, सदस्य संतोष झा, पद्नाम कमल झा, गंगानाथ मिश्र ने बताया कि पूजा पर शांति व्यवस्था बहाल रखने के लिए समिति पूरी तरह तैयार है।