सड़क पर बने जानलेवा गड्ढे़ यात्रियों के कंपा देते रूह
जयनगर अनुमंडल मुख्यालय जयनगर को बासोपटटी उमगांव समेत अन्य जगहों से जोड़ने वाली एक महत्वपूर्ण सड़क एन एच 104 के जर्जर अवस्था में रहने के कारण सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों को मुश्किलों का सामना करना पर रहा है।
मधुबनी। जयनगर अनुमंडल मुख्यालय जयनगर को बासोपटटी, उमगांव समेत अन्य जगहों से जोड़ने वाली एक महत्वपूर्ण सड़क एन एच 104 के जर्जर अवस्था में रहने के कारण सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों को मुश्किलों का सामना करना पर रहा है। एनएच 104 के जर्जर होने के कारण वाहन चालक प्रतिदिन दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं।आसन्न लोकसभा चुनाव को लेकर बिगुल बज चुका है।जनप्रतिनिधि समेत आला अधिकारी प्रतिदिन जर्जर एनएच 104 से गुजरते है बावजूद इसके सड़क का मोटरेबुल नहीं किया जा रहा है। जयनगर से निकलते ही तीन किलोमीटर की दूरी आप तय करेंगे तो उसराही एवं पीटवाटोल गांव में बने जानलेवा गड्ढा यात्रियों की रूह कंपा देता है। उससे आगे बढ़ने पर आमाटोल के पास बना गड्ढ़ा भी यात्रियों को भगवान को याद करने के लिए मजबूर कर देता है। उससे आगे बढ़ने पर देवधा गांव में सड़क का वजूद ही समाप्त हो चुका है। घुटने भर कीचड़ युक्त जलजमाव प्रतिदिन वाहन चालक को दुर्घटना का शिकार बना रहा है। वहीं सीमराढ़ी गांव के पास एनएच 104 पर अवस्थित लोहे का पुल भी जर्जर अवस्था में है। कहते हैं लोग:
देवधा के रामवतार पंडित, देवनारायण पंडित, उसराही के जीतेन्द्र कुमार, रवि किशोर, रजौली के गणेश कुमार सिंह, धमियांपटटी के रामसेवक ठाकुर समेत अनय लोगों ने बातचीत के क्रम में बताया कि एनएच 104 को विभागीय अभियता द्वारा अनदेखी की जा रही है। सड़क को मोटरेबुल नहीं बनाये जाने से लोगों का चलना मुश्किल हो गया है। सड़क पर जलजमाव एवं गड्ढे के कारण रोज वाहन चालक दुर्घटना के शिकार हो रहें है। जनता जनार्दन के नुमाईंदे अभी दर दर भटक रहें है। जर्जर एनएच 104 इस बार वोट मांगने वाले प्रत्याशियों के लिए परेशानी का सबब बन सकता है। यह एक प्रमुख चुनावी मुद्दा बनता जा रहा है।
कहते हैं अधिकारी:
अनुमंडल पदाधिकारी शंकर शरण ओमी ने कहा कि सड़क को मोटरेबुल बनाने की जिम्मेदारी एनएच विभाग का है। वहीं एनएच 104 से जुड़े अभियंता ने पूछे जाने पर कहा कि सड़क को शीघ्र मोटरेबुल बनाया जायेगा।