घने कोहरे और शीतल हवाओं ने लोगों की बढ़ाई परेशानी, तेज हुआ सर्दी का सितम
मधुबनी। घने कोहरे और शीतल हवाओं ने लोगों की परेशानी बढा दी है। मकर संक्रांति के बाद
मधुबनी। घने कोहरे और शीतल हवाओं ने लोगों की परेशानी बढा दी है। मकर संक्रांति के बाद से मौसम के बदले मिजाज ने लोगों को सताना शुरू कर दिया है। शुक्रवार को भी सुबह से ही घना कोहरा छाया रहा। दोपहर में भी धूप के दर्शन नहीं हुए। सुबह से शाम हो गई, लेकिन लोग धूप के दीदार को तरसते रहे। इस बीच सर्द पछिया हवा ने लोगों को काफी सताया। कुहासा व पछिया हवा के असर से कनकनी काफी बढ़ गई है। सड़कों पर लोगों की आवाजाही भी अन्य दिनों की अपेक्षा काफी कम रही। लोग मजबूरी में ही घर से बाहर निकले। घरों में लोग अलाव जलाकर और हीटर के सहारे ठंड का सामना कर रहे हैं। मौसम पूर्वानुमान में बताया गया है कि उत्तर बिहार में अगले दो-तीन दिनों तक कोल्ड डे एवं शीतलहर का प्रकोप जारी रहेगा। इस दौरान सुबह में मध्यम से घना कुहासा छाने की संभावना है। दो-तीन दिनों बाद पूरबा हवा चलने से तापमान में बढ़ोतरी की संभावना है। डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के नोडल पदाधिकारी डॉ. ए सत्तार ने बताया कि अगले दो-तीन दिनों तक अधिकतम तापमान 19 से 22 डिग्री सेल्सियस, जबकि न्यूनतम तापमान 9 से 11 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है। औसतन 5 से 7 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से पछिया हवा के चलने का अनुमान है। सापेक्ष आर्द्रता सुबह में 85 से 90 प्रतिशत और दोपहर में 60 से 70 प्रतिशत रहने का अनुमान है। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 16.2 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। मौसम में उतार-चढ़ाव, सेहत पर दें ध्यान : मौसम में उतार-चढ़ाव के कारण बीमारियों का भी असर बढ़ रहा है। वरीय नागरिकों व बच्चों की परेशानी बढ़ गई है। कोल्ड डायरिया का प्रभाव बढ़ा है। डॉ. एके दास ने बताया कि इस मौसम में ठंड से बचे। अगर कै-दस्त हो तो नमक-चीनी-पानी का घोल या ओआरएस का सेवन करें। बासी भोजन से परहेज करना चाहिए। गर्म पानी का सेवन करते रहें। अगर आप पूर्व से ब्लड प्रेशर व मधुमेह की दवा ले रहे हैं तो उसका सेवन करते रहें। धूप निकलने के बाद ही टहलने निकलें। कड़ाके की ठंड से जनजीवन बेहाल मधुबनी। लौकही प्रखंड क्षेत्र में शुक्रवार को चौथे दिन भी कड़ाके की ठंड पड़ी है। सुबह से ही कुहासा लगा रहा। कनकनी से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। सड़कों पर वाहन कम चल रहे हैं। फिर भी लोग दिनचर्या के कार्य में लगे हुए हैं। ठंड से बचने के लिए लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं। प्रशासन की ओर से कहीं भी अब तक अलाव की व्यवस्था नहीं की गई है। वयोवृद्ध व बच्चे घरों में दुबके रहते हैं। हालांकि, नौजवानों में जोश व उत्साह दिख रहा है। गांव में क्रिकेट खेल का आयोजन कर नौजवान इस कड़ाके की ठंड का लुत्फ उठा रहे हैं। खेल देखने भी लोगों की भीड़ जुट रही है।