बढ़ती महंगाई के खिलाफ कांग्रेस ने किया प्रदर्शन, केंद्र सरकार को कोसा
पेट्रोल डीजल रसोई गैस व खाद्य पदार्थो में लगातार मूल्य वृद्धि के खिलाफ जिला कांग्रेस अध्यक्ष प्रो. शीतलांबर झा के नेतृत्व में जिला कार्यालय से कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शहर में प्रतिरोध मार्च निकाला।
मधुबनी । पेट्रोल, डीजल, रसोई गैस व खाद्य पदार्थो में लगातार मूल्य वृद्धि के खिलाफ जिला कांग्रेस अध्यक्ष प्रो. शीतलांबर झा के नेतृत्व में जिला कार्यालय से कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शहर में प्रतिरोध मार्च निकाला। थाना चौक, बाटा चौक, चूड़ी बाजार, महंथीलाल चौक होते हुए शहर के प्रतिष्ठित सूरी हाई स्कूल के समीप पेट्रोल पंप के नजदीक कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन व नारेबाजी की। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष प्रो. झा ने कहा कि देश में कोरोना वायरस एवं नरेंद्र मोदी सरकार की गलत नीतियों के कारण एक तरफ दवा, आक्सीजन एवं स्वास्थ्य व्यवस्था नहीं होने के कारण देश में लोग मर रहे हैं, करोड़ों लोगों का रोजगार छीन गया। वहीं, अपने पूंजीपति मित्रों को फायदा पहुंचाने के लिए लगातार डीजल, पेट्रोल, रसोई गैस के दामों में वृद्धि की जा रही है। सरसो तेल मंहगाई के कारण आसमान छूने लगा है। खाद्य पदार्थो के दामों में भी बढ़ोतरी हुई है। आमजन इस कमरतोड़ महंगाई से परेशान हैं। प्रो. झा ने कहा कि एक साल के अंदर मोदी सरकार ने पेट्रोल पर 25 रुपये, डीजल पर 30 रुपये एवं रसोई गैस का दाम 300 रुपये तक बढ़ा दिया है। अंतराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल का दाम मनमोहन सिंह सरकार में 148 रुपये प्रति बैरल था, तब देशवासियों को पेट्रोल 70 से 72 रुपये, डीजल 54 से 56 रुपये और रसोई गैस 400 रुपये में उपलब्ध था। आज अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल 60 रुपये प्रति बैरल है तब देशवासियों को पेट्रोल एक सौ से ऊपर एवं डीजल 90 रुपये व रसोई गैस हजार रुपये में मिल रहा है। अब कांग्रेस पार्टी राहुल गांधी के नेतृत्व में चुप रहने वाली नहीं है। आंदोलन को ओर तेज किया जाएगा। कहा कि जिला कांग्रेस कमेटी ने सभी प्रखंडों में महंगाई के विरुद्ध 14 एवं 15 जून को मोदी सरकार का पुतला दहन करने का फैसला लिया है। कार्यक्रम में मनोज कुमार मिश्र, शिवनाथ ठाकुर, ज्योति झा, रणधीर सेन, पवन कुमार यादव, गूंजन राम, जय कुमार झा, अजहर खुर्शीद गुड्डू, मो. आकिल अंजुम, सुनील कुमार झा, अखिलेश झा, शुभंकर झा, कौशल राजपूत, सोहन भगत, नवल किशोर झा, कालिश चंद्र झा समेत कई कार्यकर्ता शामिल थे।