महावृक्षों को संरक्षित करने का अभियान शुरू
मधुबनी। जिले के पुराने पेड़ों को बचाने की मुहिम गुरुवार को शुरू हुई। रहिका प्रखंड की बसौली पंचायत के वनदुर्गा मंदिर प्रांगण में जल जीवन हरियाली अभियान के तहत महावृक्षों को संरक्षित करने की शुरुआत डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने की।
मधुबनी। जिले के पुराने पेड़ों को बचाने की मुहिम गुरुवार को शुरू हुई। रहिका प्रखंड की बसौली पंचायत के वनदुर्गा मंदिर प्रांगण में जल, जीवन, हरियाली अभियान के तहत महावृक्षों को संरक्षित करने की शुरुआत डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने की। इस महाअभियान को 'सेविग द गार्जियन आफ मिथिला' नाम दिया गया है। मालूम हो कि दैनिक जागरण ने इस अभियान की खबर सबसे पहले प्रकाशित की थी।
महाअभियान की शुरुआत करते हुए डीएम ने कहा कि पुराने पेड़ धरोहर हैं। इसका संरक्षण करना हमारा परम कर्तव्य है। पुराने पेड़ को बचाने के लिए नई तकनीक व समुचित उपाय किए जाएं। ताकि, यह लंबे समय तक जिदा रहे। सौ वर्ष से अधिक उम्रवाले पौधे अमूल्य हैं। आनेवाले समय में उस गांव, उस जगह की पहचान इसी पेड़ से बनेगी। आज जिस तरह से ग्लोबल वार्मिंग हो रहा है। इसकी रोकथाम में वृक्षों का होना आवश्यक है। वृक्ष है तो जल है। जल और वृक्ष से हमारा जीवन हरा-भरा बना रहता है। प्रखंड प्रमुख उषा देवी, उपप्रमुख भरत पासवान, जिप सदस्य महादेव सहनी, वरीय उपसमाहर्ता रेणु कुमारी, वन विभाग के रेंजर, कृषि विभाग के डिप्टी डायरेक्टर, बीडीओ सत्येंद्र कुमार यादव, सीओ संजीव पंकज, स्थानीय मुखिया, सनाउल्लाह, कौशल किशोर सिंह आदि मौजूद थे।
मालूम हो कि इस अभियान ने महावृक्षों के बारे में नई पीढ़ी को जानकार भी दी जाएगी। चबूतरा का निर्माण कर उसे बचाने की कोशिश होगी। हर पेड़ों के बारे का विवरण दिया जाएगा। वहीं 'सेविग द गार्जियन ऑफ मिथिला' पुस्तक में प्रसिद्ध पेड़ों को जगह दी जाएगी।