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धौंस नदी पर पुल बनकर तैयार, आवाजाही नहीं

मधुबनी। आम लोग अपने इलाके का विकास होगा परंतु चुनाव दर चुनाव ऐसा हो नहीं रहा।

By JagranEdited By: Published: Wed, 11 Nov 2020 12:41 AM (IST)Updated: Wed, 11 Nov 2020 12:41 AM (IST)
धौंस नदी पर पुल बनकर तैयार, आवाजाही नहीं

मधुबनी। आम लोग अपने इलाके का विकास होगा परंतु चुनाव दर चुनाव ऐसा हो नहीं रहा। भारत-नेपाल सीमा सड़क निर्माण योजना के तहत मधवापुर से साहरघाट जाने वाली सड़क में ब्रह्मपुरी गांव से उत्तर और दक्षिण धौंस नदी में चार साल पूर्व बनकर तैयार पुल के दोनों तरफ एप्रोच पथ नहीं बनाए जाने से इलाके के लोगों को आने-जाने में भारी कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। इलाके के लोग जान जोखिम में डाल इस बिना एप्रोच पथ वाले पुल को पार करते है। एप्रोच पथ नहीं रहने से पुल पार करने के क्रम में ज्यादे उंचाई के कारण बाईक व साइकिल सवार आए दिन दुर्घटना के शिकार होते है। बता दूं कि विभागीय अधिकारियों व राजनेताओं की लापरवाही को लेकर इलाके के लोगों में गहरा रोष व्याप्त है।

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क्या है सड़क और पुल का मामला

बतातें चलें कि सीमा विकास योजना के तहत नेपाल-भारत सीमा से सटे एसएसबी कैम्प को एक दूसरे से जोड़ने के लिए वर्ष 2013 में एक नई सड़क निर्माण कराए जाने को लेकर इसकी स्वीकृति प्रदान की गई। और आनन-फानन में सरकारी निर्देश के अनुसार अधिकारियों ने भूमि अधिग्रहण का कार्य भी संपन्न कराया गया परंतु अबतक इस नवसृजित सड़क का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका। वहीं भारत-नेपाल सीमा को जोड़ने वाली इस सड़क का निर्माण कार्य होने की खबर से इलाके के लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई। इस महत्वपूर्ण सड़क के बन जाने से लोगों में आस जगी की मधवापुर से साहरघाट की दूरी मात्र छह किलो मीटर हो जाएगी। सड़क बनने से इस क्षेत्र का तेजी से विकास होगा। इस क्रम में वर्ष 20 14 में सीमा सड़क योजना के तहत स्वीकृत 33 करोड़ की लागत से उक्त सड़क में ब्रह्मपुरी गांव के पास अंग्रेज जमाने के ध्वस्त लकड़ी पुल की जगह आरसीसी व ब्रह्मपुरी गांव से दक्षिण धौंस नदी में आरसीसी पुल का निर्माण शुरू हुआ और वर्ष 2016 में पुल का निर्माण पूर्ण तो कर दिया परंतु पुल के दोनों तरफ पहुंच पथ नहीं बनाए जाने से इलाके के दर्जनों गांव के लोगों को आन-जाने में काफी कठिनाई होती है।

क्या कहते ग्रामीण

सड़क निर्माण की आस लगाए बैठे ब्रह्मपुरी गांव के ग्रामीण यदूनंदन राय, हरिश्चंद्र सहनी, विरजू यादव, मदन दास, बिन्देश्वर साह, बिन्देश्वर राय, नागेन्द्र सहनी रामबाबू सहनी सहित कई लोगों ने रोष व्यक्त करते हुए बताया कि सड़क का निर्माण कार्य शुरू नहीं होने और पुल का एप्रोच पथ नहीं बनाने से उन लोगों के समक्ष बड़ी समस्या बनी हुई है। विधानसभा चुनाव की तिथि निर्धारित हो चुकी है परंतु अबतक दोनो पुल का एप्रोच पथ नहीं बनाए जाने से इलाके के लोगों में सरकार के प्रति गहरा आक्रोश व्याप्त है। इस बार के चुनाव में लोगों का पुल का एप्रोच पथ बनाना बड़ा मुद्दा होगा। लोगों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर शीघ्र एप्रोच पथ का निर्माण नहीं कराया गया तो इलाके के आमजन आंदोलन चलाने को बाध्य हो जाएंगे।

क्या कहतेजनप्रतिनिधि

वासुकी बिहारी दक्षिणी पंचायत के मुखिया अमरेन्द्र कुमार राय उर्फ राजू राय ने बताया कि सीमा सड़क योजना के तहत 20 करोड़ की लागत से धौंस नदी पर और 13 करोड़ की लागत से ब्रह्मपुरी गांव से उतर दो पुल का निर्माण किया गया है। पुल निर्माण करने वाले संवेदक को ही पुल का एप्रोच पथ बनाना था। परंतु पुल निर्माण के बाद संवेदक एप्रोच पथ नहीं बनाया। इसको लेकर पंचायत स्तर पर विभाग को पहुंच पथ बनाने के लिए कई बार लिखा जा चुका है। परंतु अबतक इसका एप्रोच पथ नहीं बनाने से इलाके के लोगों को काफी परेशानी होती है।

क्या कहते अधिकारी

इस बाबत बीडीओ बैभव कुमार ने कहा कि पुल का एप्रोच पथ नहीं बनाए जाने आमजनो को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। एप्रोच पथ निर्माण के लिए जिला पुल निर्माण विभाग को लिखा जाएगा।


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