मधवापुर (मधुबनी), संवाद सूत्र। साहरघाट थाना क्षेत्र के अखरहरघाट में छापेमारी अभियान के दौरान उत्पाद विभाग के एक जवान को बाइक सवार शराब धंधेबाज ने टक्कर मार दी। इससे जवान घायल हो गया। हालांकि, अन्य जवानों ने खदेड़कर दो धंधेबाजों को दबोच लिया।
घटना को लेकर उत्पाद विभाग के सब इंस्पेक्टर भोलेशंकर कुमार के बयान पर साहरघाट थाने में प्राथमिकी कराई गई है। भागने के दौरान एक धंधेबाज भी घायल हो गया। पुलिस ने घायल जवान और धंधेबाज का निजी अस्पताल में प्राथमिक उपचार कराया।
थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार ने कहा कि गिरफ्तार आरोपियों को जेल भेज दिया गया है। घायल जवान सत्यनारायण यादव जिले के बासोपट्टी थाना क्षेत्र का निवासी है। वह मधुबनी में कार्यरत है। वहीं, गिरफ्तार शराब तस्कर दरभंगा जिले के मब्बी थाना क्षेत्र के केतुका बरियोल निवासी विक्की कुमार सहनी और मनोज सहनी है।
बताया गया कि रविवार की रात करीब आठ बजे उत्पाद विभाग के सब इंस्पेक्टर के नेतृत्व में पुलिस अखरहरघाट में छापेमारी अभियान चला रही थी। इस बीच सामने से एक बाइक सवार दो धंधेबाज तेज गति से आ रहे थे। जवान ने रोका तो शराब धंधेबाज ने जवान को बाइक से ठोकर मार दी। वहां मौजूद जवानों ने बाइक सवार का पीछा कर दबोच लिया। पुलिस को आरोपियों के पास से 10 कार्टन में 300 बोतल नेपाली देसी शराब मिली। पुलिस ने आरोपी की बाइक और शराब जब्त कर ली है। आरोपी से पूछताछ पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
पांच साल में छह जवानों की हत्या
बिहार में लगातार शराब धंधेबाज पुलिस जवानों को निशाना बनाया रहे हैं। इससे पहले शराब धंधेबाजों ने उत्पाद विभाग के जवान और एक गार्ड की हत्या कर दी। ये दो वारदात शराब माफियाओं के दुस्साहस का उदाहरण भर हैं। पिछले पांच साल के आंकड़े पर नजर डालें तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। पिछले पांच साल में शराब माफियाओं ने छह जवानों की जान ले ली है, जबकि उनके हमले में 50 से अधिक घायल हो गए।
जवान को नदी में डुबो कर मार डाला
बता दें कि 16 जनवरी की रात मुजफ्फरपुर में शराब धंधेबाजों ने उत्पाद विभाग के जवान दीपक कुमार को बूढ़ी गंडक नदीं में डुबोकर मार डाला था। साथी जब तक पहुंचते धंधेबाज भाग निकले। उसके छह दिन बाद 22 दिसंबर की रात दरभंगा के माधोपट्टी में गाड़ी पर शराब लोड करने का विरोध करने पर सेवानिवृत्त चौकीदार और फ्यूल पंप के गार्ड प्रमोद पासवान की गोली मारकर हत्या कर दी।