कोरोना को दी मात, स्वस्थ हो घर लौटे दो युवक
मधुबनी। जिले में एक ओर कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही। वहीं दूसरी ओर इस बीमारी को मात देने वाले भी कम नहीं। रविवार को बेनीपट्टी अनुमंडल मुख्यालय के एएनएम सेंटर के आइसोलेशन वार्ड में बने कोरोना केयर में भर्ती दो युवकों ने कोरोना को मात दी।
मधुबनी। जिले में एक ओर कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही। वहीं दूसरी ओर इस बीमारी को मात देने वाले भी कम नहीं। रविवार को बेनीपट्टी अनुमंडल मुख्यालय के एएनएम सेंटर के आइसोलेशन वार्ड में बने कोरोना केयर में भर्ती दो युवकों ने कोरोना को मात दी। तालियों की गड़गड़ाहट के बीच दोनों को फूल व माला पहनाकर अस्पताल के चिकित्सक व कर्मियों ने विदाई दी।
पीएचसी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. शंभू नारायण झा तथा कोरोना केयर के नोडल पदाधिकारी डॉ. पीएन झा ने बताया कि रहिका प्रखंड के खाजीपुर मलंगिया गांव का चंदन कुमार सिंह (24) दिल्ली से छह मई को आया था। उसे रहिका क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया था। 12 मई को जांच में कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि के बाद उसे कोरोना केयर सेंटर में आइसोलेट किया गया। वहीं बसोपट्टी प्रखंड के गौसनगर गांव का चंदन चौधरी (32) मुंबई से आया था। मुंबई में ही उसकी जांच हुई थी। वह भी कोविड-19 से संक्रमित पाया गया था। मगर, वह वहां से घर आ गया था। 16 मई को रहिका जीवछ चौक से उसे आइसोलेट कर बेनीपट्टी कोरोना केयर सेंटर लाया गया। दोनों के सैंपल की ताजा रिपोर्ट निगेटिव आई है। इसलिए उन्हें अस्पताल से घर भेजा जा रहा है। वे वहां एक सप्ताह तक होम क्वारंटाइन में रहेंगे।
डॉ. श्री झा ने बताया कि संक्रमित मरीज को दिन में चार बार गर्म पानी व सर्दी, खांसी, बुखार, दम फूलने व सिर दर्द की दवा दी जा रही थी। दोपहर के भोजन में चावल, दाल, सब्जी व रात में रोटी व सब्जी दिए जाते थे। वहीं नाश्ते में चाय व बिस्किट दी जाती थी। समय पर स्नान कराया जाता था। साथ ही साफ-सफाई व स्वच्छता पर विशेष ध्यान रखा गया। युवकों को विदा करने के दौरान डॉ. केके ठाकुर, डॉ. पीएन समी, डॉ. मंजर आलम, स्वास्थ्य प्रबंधक राजेश रंजन, पारा मेडिकल लालबाबू यादव, देव भूषण कुमार, एएनएम सरिता कुमारी आदि मौजूद थे।