जिले को गृह क्षति अनुदान मद में मिले 7.33 करोड़
मधुबनी। आपदा प्रबंधन विभाग से गृह क्षति अनुदान मद में जिले को 7.33 करोड़ मिला है। इस राशि से जिले के 15 अंचलों के बाढ़ पीड़ित परिवारों को गृह क्षति अनुदान मिलेगा।
मधुबनी। आपदा प्रबंधन विभाग से गृह क्षति अनुदान मद में जिले को 7.33 करोड़ मिला है। इस राशि से जिले के 15 अंचलों के बाढ़ पीड़ित परिवारों को गृह क्षति अनुदान मिलेगा। मधवापुर, बिस्फी, बेनीपट्टी, बासोपट्टी, जयनगर, लदनियां, बाबूबरही, खजौली, झंझारपुर, लखनौर, मधेपुर, अंधराठाढ़ी, फुलपरास, खुटौना एवं लौकही अंचल के पीड़ितों को यह मुआवजा मिलेगा। इन अंचलों में गत वर्ष नौ से 14 जुलाई तक हुए अतिवृष्टि एवं पड़ोसी राष्ट्र नेपाल से आई प्रलयंकारी बाढ़ के कारण जिन परिवारों को गृह क्षति की मार झेलनी पड़ी थी, उन्हें भुगतान किया जाएगा।
बाढ़ से मची तबाही के लिए केन्द्रीय टीम ने भी जिले के बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा कर क्षति का जायजा लिया था। जिला प्रशासन ने केंद्रीय टीम को जिले के विभिन्न 15 अंचलों में बाढ़ के कारण 10,992 परिवारों को हुई गृह क्षति की विवरणी के साथ अनुदान भुगतान हेतु मांग पत्र सौंपा था। इसी मांग पत्र के आधार पर आपदा प्रबंधन विभाग ने जिले को गृह क्षति अनुदान मद में 7.33 करोड़ रुपये उपलब्ध कराया है।
गृह क्षति अनुदान भुगतान करने के लिए जिला पदाधिकारी डॉ. निलेश रामचंद्र देवरे ने लाभुकों की सूची तैयार करने के लिए तकनीकी दल का गठन कर दिया है। इसका प्रभारी आइटी मैनेजर राजेश कुमार एवं आइटी सहायक प्रशांत कुमार को बनाया गया है। लाभुकों की सूची तैयार करने के लिए बाढ़ से प्रभावित रहे 15 अंचलों हेतु एक-एक कार्यपालक सहायक की प्रतिनियुक्ति कर दी गई है। डीएम ने उक्त तकनीकी दल को आदेश दिया है कि अंचलों से प्राप्त गृह क्षति अनुदान से संबंधित सूची को संबंधित कागजात के साथ स्क्रीनिग दल को सौंपना सुनिश्चित करेंगे। स्क्रीनिग दल द्वारा सूची की जांच कर लिए जाने के तत्काल बाद आरटीजीएस हेतु सूची को एसबीआइ की मधुबनी शाखा को भेजना सुनिश्चित करेंगे। तकनीकी दल द्वारा तैयार की जाने वाली सूची की जांच के लिए गठित स्क्रीनिग दल का प्रभारी पदाधिकारी जिला आपदा प्रबंधन के प्रभारी पदाधिकारी रेणु कुमारी व लिपिक रमण प्रसाद सिंह तथा डीआईओ आलोक नंदन सिंह को बनाया गया है। इस दल में प्रशिक्षु एसडीसी अमेत कुमार, साहेब रसूल व कुमारी आरती को भी शामिल किया गया है।