नप प्रशासन के उदासीन रवैये से लक्ष्मीपुर मुहल्ले में नहीं बनी सड़क
मधेपुरा। नगर परिषद प्रशासन शहर के विभिन्न मुहल्लों की क्षतिग्रस्त सड़क व नाले के निर्माण कर
मधेपुरा। नगर परिषद प्रशासन शहर के विभिन्न मुहल्लों की क्षतिग्रस्त सड़क व नाले के निर्माण कराने में उदासीन बना हुआ है। नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी के उदासीन रवैये के कारण वार्ड संख्या में 16 के पंचमुखी चौक से लक्ष्मीपुर मुहल्ले में आने वाली सड़क पूरी तरह से क्षतिग्रस्त है। सड़क व नाले का निर्माण नहीं होने से लक्ष्मीपुर मुहल्ले की मुख्य सड़क पर सालों भर पानी जमा रहता है।
मालूम हो कि इस सड़क के निर्माण को लेकर वर्ष 2019 में नगर परिषद प्रशासन की ओर से स्वीकृति प्रदान की गई थी। लेकिन नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी के उदासीन रवैये के कारण इस सड़क का निर्माण नहीं हो पा रहा है। सड़क निर्माण को लेकर वार्ड संख्या 17 के पार्षद अशोक कुमार सिन्हा ने नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी प्रवीण कुमार पर मनमानी करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि शहर के पंचमुखी चौक से पश्चिम जाने वाली सड़क की दशा काफी दयनीय है। ऐसी स्थिति शहर के किसी भी वार्ड की नहीं है। पार्षद ने कहा कि नाले के पानी जमाव के कारण सड़क किनारे बसे लोगों का जीना दूभर हो गया है। यह सड़क जिले के सभी जिला पदाधिकारी, आरक्षी अधीक्षक, जिला सत्र न्यायाधीश, आरक्षी उपाधीक्षक सहित जिले के अन्य अधिकारियों के आवास से कुछ ही दूरी पर है। यह सड़क मुख्य मार्ग से जुड़ा हुआ है। इसलिए यह सड़क काफी व्यस्त रहता है। लेकिन वर्तमान समय में सड़क पर चलना जोखिम से भरा है। यह सड़क वार्ड संख्या 16 एवं 17 के बीचों बीच स्थित है। दोनों वार्ड को मिलाकर एक सौ से अधिक परिवारों के निकलने का रास्ता का सड़क मात्र यही है। उन सभी परिवारों की हालात बद से बदतर है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2019 में ही इस सड़क का टेंडर हो चुका है। योजना की राशि भी 20 लाख से ऊपर है। इस सड़क का निर्माण पंचमुखी चौक से अभय कुमार सिन्हा के घर तक होना है। इस सड़क का निर्माण कार्य आगे तक होना था। जिसका निविदा भी चार माह पूर्व हो चुका है। कार्यपालक पदाधिकारी को इस सड़क के बारे में यहां के निवासी मौखिक एवं लिखित रूप में ज्ञापन दे चुके है। इस संबंध में जिला पदाधिकारी को भी सूचना दी गई है। लेकिन कार्यपालक पदाधिकारी इस मामले में निष्क्रियता अपनाएं हुए है। बारिश होने के बाद इस सड़क की स्थिति और भी दयनीय हो जाती है। साथ ही सड़क पर चलना बंद हो जाता है। एक तरफ जहां कोरोना वायरस का प्रकोप अपने चरम पर है। वहीं इस सड़क पर गंदगी एवं जलजमाव होने से यहां के लोगों में आक्रोश व्याप्त है।