शिक्षा के दम पर भारत बनेगा विश्वगुरु : कुलपति
मधेपुरा। जिले के आलमनगर स्थित यूभीके कॉलेज कड़ामा में दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार सोमवार क
मधेपुरा। जिले के आलमनगर स्थित यूभीके कॉलेज कड़ामा में दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार सोमवार को शुरू हो गया। सेमिनार का शुभारंभ बीएन मंडल विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. प्रो.एके राय ने किया। मौके पर उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में संसाधनों का घोर अभाव है। लेकिन विपरीत परिस्थितियों में भी हम अपने विश्वविद्यालय को प्रगति पथ ले चलने के लिए प्रतिबद्ध हैं। विद्यार्थियों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। यूजीसी द्वारा प्रायोजित सेमिनार का सोमवार को विषय था रोल आफ टीचर्स/गार्जियनस एण्ड सिटिजन्स आफ इण्डिया इन जाब ओरिएंटेड क्वालिटी एजुकेशन प्रोग्राम। कुलपति ने कहा कि शिक्षा के चार स्तंभ विद्यार्थी, शिक्षक, कर्मचारी एवं अभिभावक हैं। विश्वविद्यालय के विकास में इन चारों स्तंभों का सकारात्मक सहयोग अपेक्षित है। सभी शिक्षक, कर्मचारी, विद्यार्थी एवं अभिभावक विश्वविद्यालय के समग्र विकास के लिए कृतसंकल्पित हो। उन्होंने कहा कि हम अंधेरे को कोसें नहीं, अंधेरे को दूर करने के लिए एक दीपक जलाएं। हम सबके हाथ में एक-एक दीपक जलाएंगे तो एक दीपमाला बनेगी। फिर चारों ओर शिक्षा का प्रकाश फैलेगा और हम पुन: विश्वगुरु की प्रतिष्ठा को प्राप्त करेंगे। मौके पर कुलसचिव प्रो. डॉ. कुमारेश प्रसाद ¨सह, राष्ट्ीय उच्चत्तर शिक्षा अभियान बिहार पटना के चेयरमेन डॉ. कामेश्वर झा, प्रधानचार्य एवं आयोजन समिति के अध्यक्ष डॉ. माधवेन्द्र झा के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित किया। इस दौरान सेमिनार के अध्यक्षता करते हुए उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए डॉ. माधवेन्द्र झा ने कहा कि यूभीके कॉलेज मधेपुरा के अति पिछड़े एवं ग्रामीण इलाके में अवस्थित है। उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा में शिक्षण से भी ज्यादा प्रशिक्षण की जरूरत है प्रशिक्षण से ही छात्र की चुनौतियों का सामना कर सकता है। उन्होंने अभिभावकों से अपील करते हुए कहा कि वे बच्चों को समय से महाविद्यालय भेजे। वहीं सेमिनार को संबोधित करते हुए छात्र नेता राहुल कुमार ने कहा कि शिक्षक छात्रों के विकास के साथ राजनीति न करें। उन्होंने कहा कि इस सुदूर देहात में स्थित महाविद्यालय में व्यवसायिक शिक्षा बीसीए एवं बीबीए की पढ़ाई शुरू किया जाय। सेमिनार को संबोधित करते हुए रूसा का उपाध्यक्ष डॉ. कामेश्वर झा ने अपने संबोधन में कहा कि छात्र-छात्राओं के नामांकन के मामले में अंगीभूत महाविद्यालय से बेहतर संबद्ध महाविद्यालय है। मौके पर कुलसचिव डॉ. कुमारेश प्रसाद ¨सह, रूसा के वाइस चैयरमैन डॉ. कामेश्वर झा, प्रो. भारती झा, ल. ना. मिश्र विश्व विद्यालय के प्रो. अशोक कुमार ¨सह, प्रो. संजय मिश्र, डिप्टी रजिस्टर परीक्षा विभाग तथा मधेपुरा कॉलेज के प्राचार्य प्रो. अशोक कुमार आदि उपस्थित थे।