222 करोड़ से 489 वार्ड को मिलेगा आयरन मुक्त पानी
मधेपुरा : कोसी क्षेत्र को पानी के मामले में काफी समृद्ध रहने के बावजूद शुद्ध पेयजल बड़ी समस्या ह
मधेपुरा : कोसी क्षेत्र को पानी के मामले में काफी समृद्ध रहने के बावजूद शुद्ध पेयजल बड़ी समस्या है। अब तक चलाई गई दर्जनों पेयजल योजनाएं विफल होने के बाद अब मुख्यमंत्री हर घर नल का जल योजना चलाई जा रही है। इसके जरिए जिले के सभी शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र के वार्डों तक शुद्ध पेयजल पहुंचाए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। फिलहाल पहले चरण में ग्रामीण क्षेत्र के लिए 489 वार्ड को आयरन मुक्त पानी की आपूर्ति मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत किया जाना तय किया गया है। इसके अलावे जिले के दो शहरी निकाय मुरलीगंज नगर पंचायत एवं मधेपुरा नगर परिषद के सभी वार्डों को भी चयनित किया गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में शुद्ध पेयजल आपूर्ति की योजना की जवाबदेही जहां पीएचईडी को दिया गया है। वही शहरी निकाय के लिए डूडा एवं नगर निकाय को यह जिम्मेवारी राज्य सरकार ने सौपी है।
------------------------
489 वार्डों में पहले चरण में होगा कार्य: जिले के ग्रामीण क्षेत्र में पंचायतों के 489 वार्ड को पहले दो चरण में हर घर नल के जल योजना के लिए चयनित किया गया है। राज्य सरकार ने इन वार्डों के लिए 222 करोड़ रूपये की स्वीकृति दी है। इन वार्डों के जालपूर्ति के लिए प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गयी है। कई वार्डों के लिए निविदा प्रक्रिया पूरी कर एग्रीमेंट भी किया जा चूका है। जबकि शेष वार्डों के लिए निविदा की प्रक्रिया चल रही है। चार पंचायत के 11 वार्डों में टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर कार्य भी प्रारंभ किया जा चूका है। 72 वार्डों के लिए एग्रीमेंट की प्रक्रिया जारी है। जबकि 293 वार्डों के टेंडर की प्रक्रिया अंतिम चरण में है।
---------------------------------
सात निश्चय से होना है कार्य: मुख्यमंत्री के सात निश्चय के तहत हर घर नल का जल योजना के तहत यह कार्य होना है। इस योजना के तहत जिले के सभी वार्डों तक जालपूर्ति योजना प्रारंभ की जानी है। इस योजना में बिजली मोटर चालित पंप के द्वारा पानी की आपूर्ति की जायेगी। हर जलपूर्ति संयंत्र में आयरन रिमूवल प्लांट लगा रहेगा।जिससे लोगों को आयरन मुक्त पानी मिल सकेगा। जल्द ही कार्य प्रारंभ हो जाने का दावा विभागीय अधिकारियों ने किया है।
-----------------------------------
जिले में काफी अधिक है आयरन की मात्रा : जिले में पेयजल में आयरन की मात्रा काफी अधिक है। पेयजल में प्रति लीटर में आयरन की मात्रा एक मिलीग्राम तक ही रहनी चाहिए जबकि जिले में औसतन तीन मिलीग्राम प्रति लीटर आयरन की मात्रा पाई जा रही है। अत्यधिक मात्रा वाले आयरन युक्त पानी पीने से लोग पेट की विभिन्न प्रकार की बीमारियों से ग्रसित हो रहे है। यहां दूषित पेयजल पीने की वजह से टाइफाइड,जॉन्डिस,कब्जियत,गैस्ट्रिक जैसी बीमारियां लोगों को हो रही है।
-------------------------------
मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत दो चरण में जिले के 489 वार्ड में हर घर नल के जल के लिए 222 करोड़ रुपया स्वीकृत हुआ है। इस योजना के तहत घरों में नल के माध्यम से आयरन मुक्त पानी की आपूर्ति की जायेगी। 11 वार्डों में कार्य प्रारंभ भी किया जा चूका है। शेष टेंडर एवं एग्रीमेंट की अंतिम प्रक्रिया में है।
मु. अनीस अफजल
कार्यपालक अभियंता
पीएचईडी,मधेपुरा