छठ पर्व की तैयारी में जुटे लोग, बाजारों में बढ़ी चहल-पहल
मधेपुरा : छठ पर्व को लेकर बाजारों में भी चहल-पहल बढ़ गई है। पूजा सामग्री की खरीदारी क
मधेपुरा : छठ पर्व को लेकर बाजारों में भी चहल-पहल बढ़ गई है। पूजा सामग्री की खरीदारी को लेकर लोगों की भीड़ बढ़ गई है। नारियल, सूप, फल सहित अन्य सामग्री की बिक्री काफी बढ़ गई है। मालूम हो कि 11 नवंबर से चार दिवसीय छठ महापर्व शुरू हो रहा है। पर्व को लेकर प्रशासनिक स्तर पर भी तैयारी की जा रही है। सभी प्रखंडों में भी पर्व को लेकर उत्साह का माहौल है।
संवाद सूत्र,पुरैनी के अनुसार : दीपावली व काली पूजा के बाद प्रखंड क्षेत्र के लोग अब लोक आस्था का महापर्व छठ की तैयारी में लोग जुट गए हैं। वहीं हर ओर छठ गीत से गुंजायमान हो रहा है। मुख्यालय के मुख्य बाजार से लेकर ग्रामीण इलाके का माहौल भक्तिमय हो गया है। बाजार में बांस निर्मित दउरा, सूप व चंगेरे सहित नारियल की बिक्री तेजी से होने लगी है। महापर्व छठ को लेकर युवा वर्ग एवं स्वयंसेवी संस्थाओं ने तलाबों एंव नदी किनारे बनने वाले छठ घाटों की साफ-सफाई अपने स्तर से शुरू कर दी है। मुख्यालय स्थित पश्चिमी निषाद टोला के मध्य स्थित पोखर एवं गोशाला पोखर के चारों ओर घाटों पर कचरे का अंबार जमा रहने से छठ व्रती काफी पशोपेश में हैं।
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छठ घाटों पर प्रशासन ने तैनात किए गोताखोर
लोक आस्था का महापर्व छठ को सौहार्दपूर्ण वातावरण एवं शांतिपूर्ण माहौल में सम्पन्न कराने को लेकर प्रशासनिक स्तर से तैयारी शुरू कर दी गई है। इसको लेकर प्रखंड क्षेत्र के सभी नौ संवेदनशील छठ घाटों पर विधि-व्यवस्था बहाल करने के उद्देश्य से पर्यवेक्षक, सहायक एवं गोताखोर की प्रतिनियुक्ति की गई है। साथ ही सभी प्रतिनियुक्त पर्यवेक्षक, सहायक एवं गोताखोर को छठ के मौके पर निर्धारित तिथि को संबंधित घाटों पर उपस्थित रहने का निर्देश दिया गया है। अंचलाधिकारी पुरैनी राम अवतार यादव ने पूर्व से चिन्हित सभी नौ संवेदनशील छठ घाटों पर विधि-व्यवस्था बहाल रखने के उद्देश्य से पर्यवेक्षक, सहायक एवं गोताखोर की प्रतिनियुक्ति कर दी है। अंचल कार्यालय से मिली जानकारी अनुसार मुख्यालय स्थित गोशाला पोखर छठ घाट पर प्रखंड कृषि पदाधिकारी सुभाष प्रसाद ¨सह को पर्यवेक्षक, कृषि सलाहकार जय कुमार ज्योति को सहायक, बिनोद कांबली को गोताखोर, मुख्यालय के शिव मंदिर पोखर पर ग्राम पंचायत पदाधिकारी सुमन कुमार ¨सह को पर्यवेक्षक, कृषि सलाहकार वकील शर्मा को सहायक व दिनेश सहनी को गोताखोर, बथनाहा पोखर कुरसंडी पर अंचल निरीक्षक शैलेन्द्र कुमार को पर्यवेक्षक, आवास सहायक राहुल कुमार पासवान को सहायक व लक्ष्मण कुमार को गोताखोर, कोरचक्का पुल नरदह पर राजस्व कर्मचारी चन्द्रकांत यादव को पर्यवेक्षक, आवास सहायक प्रेम शंकर कुमार को सहायक व मनोज सहनी को गोताखोर, बाघमारा पोखर दुर्गापुर पर कनीय अभियंता मनरेगा जयकुमार ¨सह को पर्यवेक्षक, पीआरएस अमरेश कुमार को सहायक व कैलाश सहनी को गोताखोर, बंघा पोखर दुर्गापुर पर पंचायत सचिव छुतहरू पासवान को पर्यवेक्षक, आवास सहायक जय कुमार मंडल को सहायक व सोनू कुमार को गोताखोर, बालाटोल पोखर कुरसंडी पर पंचायत सचिव धीरेन्द्र यादव को पर्यवेक्षक, पीआरएस पवन कुमार ¨सह को सहायक व चंदेश्वरी ¨सह को गोताखोर, बलिया ड्रेनेज कुरसंडी पर पंचायत सचिव धीरेन्द्र यादव को पर्यवेक्षक, पीआरएस राजीव कुमार को सहायक व आशीष कुमार को गोताखोर तथा कड़ामा पोखर छठ घाट पर कृषि समन्वयक अभय कुमार मंडल को पर्यवेक्षक, कृषि सलाहकार सनोज कुमार ¨सह को सहायक व सुरज कुमार को गोताखोर के रूप में प्रतिनियुक्त किया गया है।
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उदाकिशुनगंज में पूजा की तैयारी में जुटे लोग
संवाद सूत्र, उदाकिशुनगंज(मधेपुरा) : अनुमंडल क्षेत्र में सूर्य उपासना का महापर्व छठ पूजा की तैयारी चरम पर है। चार दिन तक चलने वाले महापर्व छठ रविवार से नहाय खाय के साथ शुरू हो जाएगा। पर्व को लेकर तैयारी शुरू कर दी गई है। लोग छठ घाटों की साफ सफाई में जुट गए हैं। पर्व की सामग्री खरीदारी के लिए बाजारों में चहल पहल बढ़ गई है। कोसी के उदाकिशुनगंज अनुमंडल क्षेत्र में अधिकांश जगह लोग खुद की गढ्ढे खुदाई कर घाट बनाते है। यह घाट अस्थायी होता है। गड्ढे में लोग गंगा की अविरल धारा मानते है। इस ईलाके में कोई बड़ी नदी है। नहरों में पानी नहीं रह पाता है। इस वजह से लोग गड्ढे की खुदाई कर पंप सेट या मोटर से पानी भर पूजा की रस्म पूरा करते है। पर्व में मांगने की भी प्रथा है। जहां लोग छठी मैया के लिए लोगों से डाली मांग कर पूजा करते है। ईलाके में छठ घाट की तैयारी की जा रही है।घाटो को आकर्षक ढंग से संजाने संवारने का काम जारी है। छठ को लेकर प्रशासन ने भी मुक्म्मल तैयारियां की है। एसडीएम एसजेड हसन ने बताया कि संवेदनशील और अतिसंवेदनशील घाटों को चिन्हित कर लिया गया है। घाटों पर दंडाधिकारी और पुलिस पदाधिकारी तैनात किया जाएगा। अधिक गहरे पानी वाले घाटों पर गोताखोरों को लगाया जाएगा। उन्होंने लोगों से सतर्कता बरतने की अपील की है। नदी तालाब वाले घाट पर ब्रेके¨टग लगाने के निर्देश दिए गए है। ताकि ब्रेके¨टग से आगे पानी में लोग नहीं जाए। पर्व को लेकर असमाजिक तत्वों पर भी नजर रखी जाएगी। अफवाह फैलाने वालो पर कार्रवाई की जाएगी। जानकारी के अनुसार रविवार को व्रत का पहला दिन है। इस दिन से नहाय खाय के साथ व्रत शुरू हो जाएगा। इसके बाद खरना होगा। जिसे पूजा का दूसरा व कठिन चरण माना जाता है। इस दिन व्रती निर्जला उपवास रखेंगे और शाम को पूजा के बाद खीर और रोटी का प्रसाद ग्रहण करेंगे।
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