प्रेमचंद ने साहित्य को जीवन के यथार्थ से जोड़ा
मधेपुरा। कथा सम्राट प्रेमचंद की 138वीं जयंती शहर के कृष्णापुरी मुहल्ले के वार्ड संख्या चार
मधेपुरा। कथा सम्राट प्रेमचंद की 138वीं जयंती शहर के कृष्णापुरी मुहल्ले के वार्ड संख्या चार में सोमवार को मनाई गई। जयंती समारोह का आयोजन सामाजिक साहित्यिक व सांस्कृतिक संस्था सृजन दर्पण की ओर से किया गया था। मौके पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान संस्था के अध्यक्ष डॉ. ओम प्रकाश ओम ने कहा कि मुंशी प्रेमचंद जीवंत साहित्यकार थे। उन्होंने साहित्य को जनाकांक्षा का वाहक और पथ प्रदर्शक बनाया। मौके पर साहित्यकार डॉ. सिद्धेश्वर काश्यप ने कहा कि प्रेमचन्द प्रथम कथा लेखक हैं। जो साहित्य को दिलचस्पी, ऐच्चारी और ऐयासी से मुक्त कर जीवन के यथार्थ से जोड़ते हैं। वह अपने साहित्य में गांधीवाद के पक्षधर थे। मौके पर रंगकर्मी विकास कुमार ने कहा कि प्रेमचंद ने साहित्य लेखन में सामाजिक सरोकार और प्रगतिशील मूल्यों के साथ अपने समय के यथार्थ का बखूबी वर्णन किया है। सेवासदन, रंगभूमि, कर्मभूमि, गबन और गोदान आदि उनकी कालजयी रचना है। पूस की रात, ईदगाह, सदगति, ठाकुर का कुआं आदि मर्मस्पर्शी कहानियां हैं। उन्होंने यह भी कहा कि प्रेमचन्द उपन्यासकार और कहानीकार के अतिरिक्त नाटककार, निबंधकार, संपादक, जीवनी लेखक और अनुवादक भी थे। संग्राम, कर्बाला और प्रेम की वेदी इनके नाटक है। कार्यक्रम के दौरान सुमन कुमारी, गीतांजलि कुमारी, शंभू शरण ¨सह, विद्यासागर, विभीषण कुमार, अशोक कुमार, शंकर कुमार सुमन, धीरज कुमार, कृष्णमुरारी आदि ने अपना विचार रखा। अन्त में विद्यासागर सहित कई मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन संस्था के सचिव विकास कुमार ने किया।
बहुआयामी व्यक्तित्व के स्वामी थे केपी मंडल
उदाकिशुनगंज (मधेपुरा)। प्रखर साहित्यकार, लेखक व सामाजिक कार्यकर्ता कमलेश्वरी प्रसाद मंडल के निधन पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। श्रद्धांजलि सभा में बड़ी संख्या में लोगों ने उपस्थिति दर्ज की। कला संस्कृति एवं साहित्य विकास मंच के परिसर में आयोजित श्रद्धांजलि सभा की अध्यक्षता सेवा निवृत शिक्षक अरुणदेव झा ने की। मौके पर मौजूद लोगों ने उनके चित्र पर फूल चढ़ाकर श्रद्धा सुमन अर्पित किया। इस अवसर पर एसडीएम एसजेड हसन ने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए एक महान संत बताया। वक्ताओं ने कहा कि कमलेश्वरी प्रसाद मंडल बहुआयामी व्यक्तित्व के स्वामी थे। समाज और देश हित में उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। मौके पर नीरज कुमार, बसंत कुमार झा, मु. कमरुल हौदा, मुखिया संजीव कुमार झा, कृष्णवल्लव कन्हैया, प्रखंड कांग्रेस अध्यक्ष खोखा ¨सह, अधिवक्ता सुबोध कुमार ¨सह, डॉ धीरेन्द्र यादव, पूर्व प्रमुख बिकास चंद्र यादव, प्रो. डॉ. बनारसी प्रसाद शास्त्री, भाजपा अध्यक्ष सत्यनारायण पौद्दार, रामइकबाल ¨सह, पैक्स अध्यक्ष प्रितम कुमार मंडल, प्रो जयप्रकाश यादव, पूर्व जिला परिषद सदस्य अमलेश राय, मनोज यादव, बिनोद कुमार यादव, बिरेन्द्र मिश्र, ,संतोष कुमार, कांग्रेस नेता भोला मिश्र, मो हासिम, दुर्गानन्द दास,अरुण झा ,अजय कुमार भारती, अजय कुमार सागर, कमलेश्वरी बर्मा, राजेंद्र चौधरी, गुल्लु ठाकुर, गौरव कुमार ठाकुर मौजूद थे।