कोरोना का कहर, खेतों में ही सूख रही फसल
मधेपुरा। जिले में गेहूं व तेलहन फसल लगभग तैयार हो चुका है। लेकिन कोरोना को लेकर कटाइ
मधेपुरा। जिले में गेहूं व तेलहन फसल लगभग तैयार हो चुका है। लेकिन कोरोना को लेकर कटाई नहीं नहीं हो पा रही है। ऐसे में किसानों की परेशानी बढ़ गई है। फसल खेत में ही सूख रही है। स्थिति देख किसान चितित हैं। डर रहे हैं कहीं फसल बर्बाद न हो जाए। यद्यपि कुछ किसान परिवार के साथ ही जाकर कटाई कर रहे हैं, लेकिन बहुतायत किसानों की फसल बर्बाद हो रही है। किसानों ने बताया कि स्थिति विकट है। जल्द ही इस दिशा में पहल नहीं की गई तो आने वाला समय किसानों पर भारी होगा। स्थिति को लेकर किसानों ने अपनी राय कुछ इस प्रकार रखी।
- गेहूं का फसल की कटाई नहीं हो पा रही है। पछिया हवा चलने के कारण फसल सूख गई है। अगर जल्द कटाई नहीं हुई तो फसल बर्बाद हो जाएगी। कोरोना की मार किसानों पर भारी पड़ रही है।
जालेश्वर यादव, किसान - इस बार सोचा था कि फसल तैयार होने पर बेचकर घर की मरम्मत कराएंगे, लेकिन उम्मीदों पर पानी फिर गया है। मजदूर डरे हैं। खेतों पर नहीं जा रहे है। ऐसे में कटाई नहीं हो पा रही है। फसल बर्बाद होने पर कैसे रहेंगे, यहीं चिता सता रही है।
श्याम कृष्ण यादव, किसान -इस बार कोरोना ने उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। आखिर इस समस्या से कैसे निदान होगा समझ में नहीं आ रहा है। काफी परेशानी में हैं। कोई उपाय नहीं सूझ रहा। फसल बर्बाद हो जाएगा तो गृहस्थी कैसे चलेगी।
भोला यादव, किसान - पहले से ही घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। फसल से उम्मीद थी। अब वह भी टूटने लगी है। फसल तैयार कैसे होगा चिता सता रही है। कोई मजदूर नहीं मिल रहा। आखिर क्या किया जाए। कोरोना का कहर किसानों पर ही है।
शिवनंदन यादव, किसान