घाटों पर पसरी है गंदगी, कैसे मनेगी छठ
मधेपुरा। लोक आस्था का महापर्व छठ को महज चार दिन शेष रह गया है। शहरी क्षेत्र में कई ऐ
मधेपुरा। लोक आस्था का महापर्व छठ को महज चार दिन शेष रह गया है। शहरी क्षेत्र में कई ऐसे घाट हैं जहां गंदगी व कचरे का अंबार लगा हुआ है। छठ घाट तक जाने वाले सड़क की स्थिति भी काफी खराब है। ऐसे में श्रद्धालुओं व छठ व्रती को ¨चता सता रही है कि वह छठ पूजा कैसे करेंगे। वैसे तो शहरी क्षेत्र में नगर परिषद के द्वारा छठ घाटों की सफाई होती रही है। लेकिन इस बार अब तक इस दिशा में कोई पहल नहीं की जा रही है। शहरी क्षेत्र में कई ऐसे घाट हैं जहां की स्थिति काफी बदहाल है। कई घाट पर तो लोग आपसी सहयोग से किसी तरह साफ-सफाई व सजावट करने लगे हैं। जिला प्रशासन की और से कोई ठोस व्यवस्था नहीं होने के कारण व्रती महिलाओं को भारी परेशानियों का सामना करना पर सकता है।
जर्जर है शहर के कई छठ घाठ
नगर परिषद क्षेत्र के कई घाटों की स्थिति काफी जर्जर है। नदी व तालाब में गंदगी पसरा हुआ है। घाट से नीचे उतरने के लिए कोई ठोस व्यवस्था नहीं है। ऐसे में छठ व्रती को यह ¨चता सता रहा है कि इस बार कैसे पर्व मनाएंगे। सबसे खराब स्थिति शहर के जयपालपट्टी वार्ड संख्यां 14 की है। यहां नदी में बढ़ रहे कटान के चलते घाठ बनाने में परेशानी हो रही है। वही भिरखी पुल स्थित घाट की स्थिति ठीक नहीं है। स्थानीय लोग बताते है कि जिला प्रशासन की ओर से अब तक कोई व्यवस्था नहीं की गई है। आपसी सहयोग से घट की सजावट की जा रही है। वहीं तुनियाही नदी स्थित पुल के पास भी जिला प्रशासन की और से अब तक कोई व्यस्था अब तक नहीं की गई है हर और गंदगी का अंबार लगा हुआ है। इस कारण व्रती महिलाओं को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।