बदलते मौसम में बरतें सावधानी, वर्ना हो जाएंगे बीमार
मधेपुरा। मौसम ने करवट बदल लिया है। पिछले दो दिनों से मौसम ठंड भरा है। हल्की हवा चल रही
मधेपुरा। मौसम ने करवट बदल लिया है। पिछले दो दिनों से मौसम ठंड भरा है। हल्की हवा चल रही। दो दिनों के मौसम के बदले मिजाज से बड़ी ठंड बढ़ गई है। लगातार मौसम में हो रहे बदलाव से लोगों की मुश्किलें बढ़ती जा रही है।
अचानक बढ़े ठंड के ग्राफ ने जनजीवन पर गहरा असर छोड़ा है। घर से लेकर बाहर तक ठिठुरन की स्थिति है। आवागमन में खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं ठंड के बढ़ते प्रभाव ने रफ्तार पर ब्रेक लगा दिया है। इस बदलते मौसम के बीच उदाकिशुनगंज पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. आइबी कुमार का मानना है कि लोगों को परहेज से रहना चाहिए। ठंड के मौसम में सर्दी, खांसी, बुखार का प्रकोप बढ़ जाया करता है। वहीं बच्चों में कोल्ड डायरिया का प्रकोप बढ़ जाता है। ऐसे में घर के बड़े सदस्य को चाहिए कि बच्चों को ठंड से बचा कर रखें। वैसे भी इस वक्त कोरोना महामारी का दौर चल रहा है। मौसम में बेहद सावधानी बरतने की जरूरत हैं। इलाके में मानसून के जाते ही जाड़े के मौसम का आगाज शुरू हो गया है। इस बार जाड़े की सीजन में कड़ाके की ठंड पड़ने की संभावना जताया जा रहा है। वहीं सर्दी मौसम के लंबा होने का अनुमान है। गर्म कपड़े की बढ़ी खरीदारी ठंड को लेकर गर्म कपड़े की खरीददारी बढ़ गई है। लोग कंबल व स्वेटर खरीद रहे हैं। वहीं अलाव भी लोगों को अच्छा लगने लगा है। शुक्रवार को कॉलेज चौके से आगे कंबल बेच रहे दुकानदारों के यहां खरीदारों की भीड़ रही।
बीज अंकुरण हो सकता है प्रभावित कृषि समन्वयक अमरपति निरंजन का मानना है कि अभी ठंड का कम प्रकोप है। यद्यपि मौसम की स्थिति ऐसी ही रही अथवा इससे और ज्यादा ठंड बढ़ने पर बीज अंकुरण में समस्या आ सकता है। इस वक्त क्षेत्र में गेहूं और मक्का फसल बोने का समय चल रहा है। ठंड पड़ने पर इन फसलों पर बुरा असर पड़ेगा।
कोट ठंड का मौसम बढ़ रहा। लोग सावधानी बरते। लोगों को गर्म कपड़े पहनना चाहिए। जरूरत पड़ने पर ही घरों से बाहर निकलना चाहिए। इस मौसम में सर्दी, खांसी, बुखार का प्रकोप बढ़ जाता है। सर्दी से बचना चाहिए। बेहतर होगा कि लोग पानी उवाल कर पीएं। इस मौसम में बच्चों में कोल्ड डायरिया का खतरा ज्यादा रहता है। बच्चों को घर में संभाल कर रखना चाहिए। बच्चों को ठंड से बचाएं। कोरोना संक्रमण का भी दौर चल रहा है। लोगों को चाहिए कि बेहद ही सावधानी बरतें। -डॉ. आइबी कुमार,
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी
पीएचसी, उदाकिशुनगंज