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उदयीमान सूर्य को अ‌र्घ्य देने के साथ चैती छठ महापर्व संपन्न

संवाद सूत्र ग्वालपाड़ा (मधेपुरा) उदयीमान सूर्य को अ‌र्घ्य देने के साथ ही सोमवार को चैती छठ पू

By JagranEdited By: Published: Tue, 20 Apr 2021 12:37 AM (IST)Updated: Tue, 20 Apr 2021 12:37 AM (IST)
उदयीमान सूर्य को अ‌र्घ्य देने के साथ चैती छठ महापर्व संपन्न
उदयीमान सूर्य को अ‌र्घ्य देने के साथ चैती छठ महापर्व संपन्न

संवाद सूत्र, ग्वालपाड़ा (मधेपुरा): उदयीमान सूर्य को अ‌र्घ्य देने के साथ ही सोमवार को चैती छठ पूजा संपन्न हो गया। प्रखंड क्षेत्र के ग्वालपाड़ा, अरार,रेशना, सरौनी, शाहपुर, नोहर, जिरवा, कांटाही, सहित अन्य गांव में छठ पर्व आस्था के साथ मनाया गया। अहले सुबह सूर्योदय के साथ ही छठ व्रतियों द्वारा भगवान भास्कर को अ‌र्घ्य दिया। जिसके बाद प्रसाद का वितरण हुआ। इस बार चैती छठ पूजा कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए। सरकारी गाइड लाइन का पालन करते हुए छठ पर्व मनाया गया। प्रशासन के द्वारा भी सभी छठ व्रतियों और लोगों से अपील की गई थी। संक्रमण को देखते हुए मास्क तथा शरीरिक दूरी का पालन कर छठ पूजा पूजा की जाय। छठ पूजा में छठ व्रतियों द्वारा अपने आंगन या छत पर ही घाट बनाकर अ‌र्घ्य दिया गया। छठ पूजा को लेकर दिखने वाली उमंग भी इस बार देखने को नहीं मिली। ---------------------------------------संवाद सूत्र, चौसा (मधेपुरा) : चौसा प्रखंड क्षेत्र में सोमवार को सूर्य उपासना का महापर्व छठ उगते सूर्य को अ‌र्घ्य देने के साथ संपन्न हो गया। व्रती महिलाओं ने पानी में खड़े होकर सूर्य की आराधना की। सुबह जैसे ही सूर्य की पहली किरण दिखाई दी व्रतियों ने अ‌र्घ्य देकर पूजा संपन्न की। कोरोना संक्रमण के चलते इस बार श्रद्धालुओं ने अपने घर के दरवाजे पर ही मिट्टी को खोद कर छठ घाट कर निर्माण कर अ‌र्घ्य देने का प्रबंध किया था। छठ पर्व के चौथे एवं अंतिम दिन तड़के ही उगते सूरज को अ‌र्घ्य देने के लिए व्रती और उनके परिजन अपने घरों से पूजा सामग्री के साथ पानी में खड़े होकर व्रतधारियों ने सूप, बांस की डलिया में मौसमी फल, गन्ना सहित पूजन सामग्री और गाय के दूध से भगवान सूर्य को अ‌र्घ्य दिया और सुख समृद्धि की कामना की। इसके बाद छठ व्रतियों ने प्रसाद ग्रहण किया और इसी के साथ ही व्रत और उपवास का चार दिनों तक चलने वाला यह ब्रत समाप्त हो गया।

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