याचक की भूमिका में आ रहे हैं प्रत्याशी
मधेपुरा। पंचायत चुनाव 2021 हर मायने में खास होता दिख रहा है। इस बार पंचायत चुनाव में मतदाता
मधेपुरा। पंचायत चुनाव 2021 हर मायने में खास होता दिख रहा है। इस बार पंचायत चुनाव में मतदाता जहां जिला परिषद सदस्य, पंचायत समिति सदस्य, मुखिया व वार्ड सदस्य पद के प्रत्याशियों का ईवीएम का बटन दबाकर उसके भाग्य का फैसला करेंगे। वहीं सरपंच व पंच पद के प्रत्याशियों का मत पत्र के माध्यम से एक साथ मतदान करेंगे। पंचायत राज
व्यवस्था के सभी छह पदों पर संभावित प्रत्याशियों द्वारा नजर रखने से इस बार का चुनाव हाईटेक बनता जा रहा है। निवर्तमान प्रत्याशियों के साथ संभावित प्रत्याशी भी जी-तोड़ मेहनत करने में जुटे हैं। नए प्रत्याशियों की ऊर्जा देखकर पुराने धुरंधर भी अपने को चुनावी मैदान में कम नही आंक रहे हैं।
मालूम हो कि पंचायत चुनाव के संभावित प्रत्याशियों द्वारा मतदाताओं को रिझाने के लिए तरह-तरह के लोक लुभावन वादे किए जा रहे हैं। कोई आदर्श पंचायत बनाने की बात कर रहा तो कोई महिलाओं को बेहतर उत्थान का संकल्प ले रहा है। स्थिति यह है कि मतदाता मूकदर्शक बनकर कुछ पल के लिए नए प्रत्याशियों पर विश्वास करते भी देखे जा रहे हैं। लेकिन कुर्सी पर काबिज रहने वाले निवर्तमान प्रतिनिधि पर उन्हें जरा भी भरोसा नहीं हो रहा है। फिजां में चुनावी वादों, घोषणाओं व नारों के बोल गूंज रहे हैं। कल तक जो चेहरे बेगाने लग रहे थे। आज वे अपने लगने लगे हैं। मतदाता भगवान व प्रत्याशी याचक की भूमिका में नजर आने लगे हैं। संभावित प्रत्याशी अपने वादों एवं घोषणाओं के साथ मतदाता के समक्ष दिन-रात हाजिरी लगा रहे हैं। सुबह से लेकर देर रात तक लोक लुभावने वादों के साथ जनसंपर्क का दौर भी चल रहा है। आम लोगों के जो चेहरे निवर्तमान प्रतिनिधियों के कार्यकाल में बिलकुल अंजान हुआ करते थे। आज ऐसे चेहरे निवर्तमान प्रतिनिधियों के लिए अपने हो गए हैं। हम अपने हैं, बेगाना न समझे की तर्ज पर संभावित प्रत्याशियों का तांता मतदाताओं के दरवाजे पर सुबह-शाम दस्तक दे रहा है।