भूकंप के बाद अपवाहों का बाजार गर्म, पानी भरने की लगी होड़
संवाद सूत्र, मधेपुरा : शनिवार के दिन में हुए भूकंप के झटकों से राहत पाने में जुटे ग्रामीणों में उस स
संवाद सूत्र, मधेपुरा : शनिवार के दिन में हुए भूकंप के झटकों से राहत पाने में जुटे ग्रामीणों में उस समय पीने का पानी जमा करने की होड़ मच गई जब महेशखूंट से मोबाइल पर किसी ने एक महिला को सूचना दी कि भूकंप के बाद रविवार को सवेरे सभी चापाकल का पानी जहरीला हो जाएगा। इस दौरान चापाकल से पानी भरने की होड़ मच गई और जिसे यह जानकारी मिली वह अपने घर में रखे वर्तनों समेत नाद को साफ कर पानी भरने में जुट गए। जानकारी के अनुसार सदर प्रखंड के तुनियाही गांव के वार्ड संख्या तीन में एक महिला को किसी ने महेशखूंट से मोबाइल पर सूचना दी कि कल से चापाकल का पानी जहरीला हो जाएगा। इतना सुनते ही यह सूचना जंगल की आग की तरह पड़ोस में फैल गई। देखते ही देखते इसी वार्ड के पुलेन्द्र शर्मा, नाथो शर्मा, पांचु शर्मा, कन्हैया कृष्ण तथा दीपक शर्मा समेत अन्य लोग पानी जमा करने में जुट गए। लोगों ने घर में रखे सभी वर्तनों समेत नाद को साफ कर उसमें पानी जमा कर लिया। किंतु जब यह जानकारी मिली कि यह महज एक अपवाह है तो लोगों ने अफसोस जाहिर किया।
ह्वाटसेप पर मिला भ्रामक मैसेज से पूरी रात जगे लोग : ह्वाटसेप पर केंद्रीय मौसम विभाग, छत्तीसगढ़ से आया मैसेज पर जिसने भरोसा किया उसकी पूरी रात बर्बाद हो गयी। मैसेज में लिखा था कि बिहार, झारखंड, उड़िसा व छत्तीसगढ़ के 80 प्रतिशत भागों में रात के 10:36 बजे से 2:20 बजे के बीच कंपन के साथ 13.4 रेक्टर की गति से भूकंप आएगा। लोगों ने इस पर भरोसा कर पूरी रात नहीं सोया। किंतु यह फोरी अपवाह थी क्योंकि भूगोल के शिक्षक डा. बीएन प्रसाद का कहना है कि इतना रेक्टर का भूकंप कभी आ ही नहीं सकता। अगर आ जाएगा तो फिर सारी श्रृष्टि ही ध्वस्त हो जाएगी। उन्होंने इसे भ्रामक बताया तथा लोगों को इससे सर्तक रहने की चेतावनी दी।