ठंड के मौसम में सुबह पांच बजे हो रहा को¨चग का संचालन
लखीसराय। सरकार शिक्षा को बढ़ावा देने को ले अनगिनत योजनाएं चला रही है। वहीं को¨चग संचालक शिक्षा के ना
लखीसराय। सरकार शिक्षा को बढ़ावा देने को ले अनगिनत योजनाएं चला रही है। वहीं को¨चग संचालक शिक्षा के नाम पर अभिभावकों का आर्थिक दोहन कर रहे हैं। इतनी भीषण ठंड में जहां स्कूलों में अध्ययन अध्यापन बंद है वहीं को¨चग संचालक की मनमानी कायम है। हाल यह है कि को¨चग संचालक असमय सूर्योदय के पूर्व ही को¨चग खोल रहे हैं। इसका दुष्प्रभाव को¨चग जाने वाले लड़के-लड़कियों पर पड़ रहा है। लड़के-लड़कियां को¨चग जाने के नाम पर चार बजे सुबह ही घरों से निकल जाते हैं, लेकिन वे को¨चग सेंटर न पहुंचकर रास्ते में ही अन्यत्र जगहों पर मटर गश्ती करने में अपना समय बिता देते हैं। ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में चल रहे विभिन्न को¨चग सेंटरों द्वारा असमय को¨चग संचालन पर शिक्षा विभाग की नजर नहीं पड़ रही है। विभाग द्वारा इस ओर पहल करने की जरूरत है। को¨चग संस्थान ज्यादा मुनाफा के कारण असमय को¨चग का संचालन करने में लगे हैं। कई को¨चग सेंटरों का संचालन इस मौसम में भी सुबह पांच बजे से किया जा रहा है। जबकि उस समय अंधेरा ही रहता है। इधर इस कारण लड़कियों की सुरक्षा पर भी खतरा है। जिला अंतर्गत आज भी कई ऐसे गांव हैं जो संपर्क पथ से जुड़े नहीं हैं। वहां के लड़के-लड़कियां खेतों की पगडंडी के सहारे ही मुख्य मार्ग पर पहुंचते हैं। इस स्थिति में लड़कियों के लिए अल सुबह सुनसान रास्ते से होकर मुख्य मार्ग पर आना एक बड़ी समस्या है। उनके परिजनों को हमेशा अनहोनी की आशंका सताते रहती है। शिक्षा विभाग द्वारा को¨चग संचालन का समय निर्धारित करने की जरूरत है।