कस्तूरबा गांधी ने नारी शिक्षा को दिया बढ़ावा
लखीसराय। अशोक धाम के पास रजौनाचौकी स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में बुधवार को
लखीसराय। अशोक धाम के पास रजौनाचौकी स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में बुधवार को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पत्नी कस्तूरबा गांधी की जयंती मनाई गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय की वार्डेन निभा कुमारी ने की। इस अवसर पर शिक्षा विभाग के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (सर्व शिक्षा अभियान) प्रेमरंजन, प्रधानाध्यापक सुधीर कुमार सिन्हा, वार्डेन निभा कुमारी के अलावा विद्यालय की शिक्षिका एवं छात्र-छात्राओं ने कस्तूरबा गांधी की तस्वीर पर फूल माला चढ़ाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर डीपीओ प्रेमरंजन ने कहा कि निरक्षर रहते हुए भी नारी शिक्षा को बढ़ावा देने में कस्तूरबा गांधी की भूमिका सराहनीय रही। उनका मानना था कि महिला के शिक्षित रहने पर पूरे परिवार के शिक्षित होने की राह आसान हो जाती है। इसी को लेकर वे नारी शिक्षा को बढ़ावा देने के प्रति अग्रसर रहती थी। उनका जन्म 11 अप्रैल 1869 को एवं मृत्यु 22 फरवरी 1944 को हुई। नारी शिक्षा को बढ़ावा देने के उनके स्वप्न को साकार करने के लिए केंद्र सरकार ने महादलित, दलित, अल्पसंख्यक व गरीब छात्राओं के लिए कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की स्थापना की है। यहां छात्राओं को पढ़ाई के साथ-साथ हुनरमंद भी बनाया जाता है। उन्होंने अभिभावकों से कस्तूरबा गांधी से प्रेरणा लेकर अपनी बच्चियों को शिक्षित करने की अपील की। इस अवसर पर सर्व शिक्षा अभियान के तत्वावधान में अष्टम उत्तीर्ण 35 छात्राओं को सामान्य ज्ञान, डिक्शनरी, डायरी एवं कलम देकर विदाई दी गई। जबकि सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लेने वाली सप्तम एवं अष्टम की 30 छात्राओं को पुरस्कार स्वरूप जूनियर इंगलिश ग्रामर एवं कलम दिया गया। इस अवसर पर शिक्षिका शोभा कुमारी, अनिता कुमारी, अमृता शांडिल्य, लेखापाल मुरारी कुमार आदि मौजूद थे।