लंबे समय से फरार सिपाही की तलाश में जुटी पुलिस
फालोअप पुलिस मेंस एसोसिएशन के पूर्व जिलाध्यक्ष बिना सूचना छह माह से हैं गायब
फालोअप
पुलिस मेंस एसोसिएशन के पूर्व जिलाध्यक्ष बिना सूचना छह माह से हैं गायब
जमालपुर में लूटकांड की एक घटना में इस सिपाही की संलिप्तता का है संदेह
फरार सिपाही मुकेश यादव का सीडीआर खंगाल रही पुलिस, खुलेंगे कई और राज
संवाद सहयोगी, लखीसराय : बिना कोई सूचना एवं आवेदन दिए विगत छह महीने से ड्यूटी से फरार सिपाही सह लखीसराय जिला पुलिस मेंस एसोसिएशन के पूर्व जिलाध्यक्ष मुकेश यादव की खोज पुलिस ने शुरू कर दी है। मुंगेर जिले के जमालपुर में लूटकांड की एक घटना में पुलिस को मिले सीसीटीवी फुटेज में जो साक्ष्य मिले हैं उसके आधार पर मुंगेर पुलिस को लखीसराय के फरार सिपाही मुकेश यादव पर संदेह है। इसके सत्यापन के लिए मुकेश यादव की पूरी कुंडली पुलिस खंगाल रही है। जिले में पदस्थापन के बाद एक सड़क हादसे में मुकेश यादव के जख्मी होने एवं इसके बाद लखीसराय सदर अस्पताल से पीएमसीएच रेफर होने के महीनों बाद भी जिले में योगदान नहीं करने सहित अन्य सभी ¨बदुओं पर बारीकी से जांच शुरू की गई है। उधर मुंगेर एसपी की निगरानी में घटना के सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अपराधियों को पकड़ने के लिए लगातार कार्रवाई की जा रही है। पुलिस का कहना है कि मुकेश यादव अगर उसके हाथ लग जाए तो लूटकांड की गुत्थी आसानी से सुलझ सकती है। इधर लखीसराय पुलिस फरार सिपाही मुकेश यादव का मोबाइल सीडीआर भी खंगाल कर यह पता लगा रही है कि आखिर इसका लोकेशन हाल के महीनों में कहां-कहां था। जानकारी के अनुसार गत वर्ष जाड़े के दिन में ( नवंबर 17) में पुलिस केंद्र के ही एक सिपाही का वाहन लेकर मुकेश यादव लखीसराय से अपने घर मुंगेर जा रहा था। रास्ते मे घना कोहरा के कारण मुकेश यादव एक हादसे में जख्मी हो गया था। सदर अस्पताल लखीसराय में भर्ती करके उसका इलाज कराया गया। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार 13 नवंबर 2017 को जख्मी सिपाही को बेहतर इलाज कर लिए लखीसराय से पीएमसीएच रेफर कर दिया गया। काफी दिन बाद भी मुकेश यादव इलाज कराकर पटना से लखीसराय नहीं लौटा। इसके बाद चार जनवरी 2018 से तत्कालीन पुलिस अधीक्षक ने करवाई करते हुए मुकेश यादव का वेतन बंद कर दिया। इसकी सूचना जिला पुलिस केंद्र से भी उक्त सिपाही को भेजी गई लेकिन उसने इसकी नोटिस नहीं ली। 21 मई को जमालपुर में जब लूटकांड की घटना में मुकेश यादव पर संदेह हुआ तो मुंगेर व लखीसराय जिले की पुलिस ने उसकी तलाश शुरू कर दी। जानकारी के अनुसार मुकेश यादव लखीसराय में योगदान करने से पूर्व शेखपुरा जिले में पदस्थापित था जहां कतिपय कारणों से उसे नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया था। इसके बाद उसने कोर्ट से लड़ाई लड़कर दूसरी बार नौकरी हासिल की। वह वर्ष 2012 में वह लखीसराय में योगदान किया। इस जिले में भी मुकेश यादव वर्ष 2014 में लंबे समय तक विभाग को बिना सूचना दिए गायब रहा था। इसको लेकर भी उसका वेतन बंद किया गया था। नवंबर 2016 में मुकेश यादव लखीसराय पुलिस मेंस एसोसिएशन का जिलाध्यक्ष मनोनीत हुआ था। इधर पुलिस अधीक्षक कार्तिकेय के. शर्मा ने फरार मुकेश यादव मामले में जांच शुरू कर दी है। पुलिस की एक टीम सब इंस्पेक्टर शैलेश कुमार के नेतृत्व में पीएमसीएच भेजी जा रही है। एसपी ने पीएमसीएच के अधीक्षक को पत्र लिखकर सिपाही मुकेश यादव के बारे में जानकारी उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है।