घर में जन्म लेने वाले शिशु के टीकाकरण के प्रति रहें सजग
लखीसराय। समाहरणालय के सभागार में शनिवार को सिविल सर्जन डॉ. राज किशोर प्रसाद की अध्यक्षता में जिला स्
लखीसराय। समाहरणालय के सभागार में शनिवार को सिविल सर्जन डॉ. राज किशोर प्रसाद की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक हुई। जिसमें स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न कार्यक्रमों की समीक्षा की गई। समीक्षा के क्रम में घर में जन्म लेने वाले शिशुओं के टीकाकरण में हेपेटाइटिस बी शून्य डोज की उपलब्धि कम पाए जाने पर सिविल सर्जन ने ¨चता व्यक्त की। उन्होंने घर में जन्म लेने वाले शिशुओं के टीकाकरण के प्रति सजग रहने की पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को निर्देश दिया। समीक्षा के क्रम में गत माह एक भी सिजेरियन प्रसव नहीं होने एवं चालू वित्तीय वर्ष में परिवार नियोजन की उपलब्धि अबतक मात्र 31 फीसद रहने पर भी ¨चता व्यक्त की गई। सिविल सर्जन ने वित्तीय वर्ष समाप्त होने तक स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाए जा रहे सभी कार्यक्रमों का लक्ष्य पूरा करने का निर्देश दिया। सिविल सर्जन ने कहा कि रामगढ़ चौक पीएचसी के प्रतिवेदन का आकलन करने पर कायाकल्प योजना के तहत उक्त पीएचसी को 71 फीसद अंक मिला है। जिला गुणवत्ता यकीन समिति की टीम के पुन: आंकलन करने के बाद 70 फीसद से अधिक अंक मिलने पर रामगढ़ चौक पीएचसी के रोगी कल्याण समिति के खाता में पुरस्कार के रुप में दो लाख रुपये उपलब्ध कराया जाएगा। बैठक में 29 जनवरी से शुरू होने वाले पोलियो अभियान की सफलता को लेकर भी विचार-विमर्श किया गया। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. बीके मिश्रा एवं डब्लूएचओ के एसएमओ डॉ. वारा प्रसाद ने विगत पोलियो चक्र में पाई गई कमियों की ¨बदुवार जानकारी दी। सिविल सर्जन ने पूर्व के पोलियो अभियान की कमी को दूर कर 29 जनवरी से शुरू होने वाले पोलियो अभियान में शत-प्रतिशत बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाने की व्यवस्था करने का जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी को निर्देश दिया। इस दौरान 19 फरवरी से चलने वाले राष्ट्रीय कृमि दिवस की सफलता को लेकर भी कार्ययोजना तैयार की गई। बैठक में आइसीडीएस के जिला प्रोग्राम पदाधिकारी मंजू प्रसाद, सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. मुकेश कुमार, डीपीएम खालिद हुसैन, जिला एड्स बचाव एवं नियंत्रण इकाई के डीपीएम अर¨वद राय, डीपीसी सुनील शर्मा, जिला लेख प्रबंधक पंकज मिश्रा, जीविका की डीपीएम अनिता कुमारी, के अलावा सभी पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक आदि मौजूद थे।