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बाबा रामदेव की हो गिरफ्तारी : आइएमए

लखीसराय। एलोपैथ चिकित्सा पद्धति और देश के चिकित्सकों के खिलाफ आपत्तिजनक बयान देने वाले योग गु

By JagranEdited By: Published: Fri, 18 Jun 2021 06:32 PM (IST)Updated: Fri, 18 Jun 2021 06:32 PM (IST)
बाबा रामदेव की हो गिरफ्तारी : आइएमए
बाबा रामदेव की हो गिरफ्तारी : आइएमए

लखीसराय। एलोपैथ चिकित्सा पद्धति और देश के चिकित्सकों के खिलाफ आपत्तिजनक बयान देने वाले योग गुरु बाबा रामदेव के खिलाफ आइएमए ने शुक्रवार को देशव्यापी आंदोलन किया। इसके तहत शुक्रवार को लखीसराय जिला आइएमए ने राष्ट्रीय विरोध दिवस मनाया। चिकित्सकों ने काला बिल्ला लगाकर चार घंटे तक ओपीडी सेवा बंद रखकर बाबा रामदेव के खिलाफ प्रदर्शन किया। आइएमए के जिला अध्यक्ष डॉ. प्रवीण कुमार सिन्हा के नेतृत्व में शहर के चिकित्सकों ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लखीसराय परिसर में प्रदर्शन करते हुए बाबा रामदेव को अविलंब गिरफ्तार करने और उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करने की मांग की। आइएमए अध्यक्ष के साथ जिला सचिव डॉ. आलोक कुमार, वित्त सचिव डॉक्टर नवाब, पीएचसी लखीसराय के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. संदीप कुमार, डॉ. सुरेश शरण, डॉ. रामानुज प्रसाद, डॉ. गौतम कुमार, डॉ. नुसरत जहां आदि ने हाथों में अपनी मांगों से संबंधित स्लोगन लिखी तख्ती लेकर पीएचसी के बाहर प्रदर्शन किया। इस मौके पर आइएमए के पूर्व जिला अध्यक्ष डॉ. रामानुज प्रसाद ने कहा कि छठी- सातवीं पास एक व्यवसायी रामदेव ने मॉडर्न मेडिकल साइंस को जाली बताया है। कोरोना काल में दूसरे की जिदगी बचाने में शहीद हुए चिकित्सकों के खिलाफ आपत्तिजनक बयान और वैक्सिनेशन का भी मजाक उड़ाया है। रामदेव ने अपनी कोरोनिल दवा की मार्केटिग कर लाखों रुपये की कमाई की। वैसे व्यवसायी द्वारा एलोपैथ और इस पद्धति के चिकित्सकों के खिलाफ की गई टिप्पणी हास्यास्पद है। जिलाध्यक्ष डॉ. प्रवीण कुमार सिन्हा ने कहा कि बाबा रामदेव की आपत्तिजनक टिप्पणी डॉक्टर समुदाय के लिए दुखद है। आइएमए सरकार से रामदेव को मेडिकल साइंस एवं शहीद चिकित्सकों का अपमान करने के आरोप में अविलंब गिरफ्तारी की मांग करती है। साथ ही कोरोना मरीजों में इलाज के प्रति भ्रम पैदा करने एवं टीकाकरण का विरोध करने के लिए रामदेव के खिलाफ मुकदमा चलाने, चिकित्सकों एवं चिकित्सा संगठनों की सुरक्षा के लिए केंद्रीय कानून बनाने तथा हमलावरों को 10 साल की कैद की सजा का प्रावधान आइपीसी और सीआरपीसी में शामिल करने की मांग की है।

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